कोलकाता रेप-मर्डर केस में सीबीआई की जांच अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस केस में डीएनए रिपोर्ट को लेकर एक महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है।
कोलकाता बलात्कार हत्याकांड: कोलकाता रेप-मर्डर केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं, और सीबीआई की जांच अब अंतिम चरण में है। ताज़ा जानकारी के अनुसार, मृतका और आरोपी का डीएनए मैच कर गया है। सीबीआई के पास डीएनए रिपोर्ट पहले ही आ चुकी थी, जिसे फाइनल ओपिनियन के लिए एम्स भेजा गया था। एम्स के डॉक्टरों के पैनल ने रिपोर्ट का बारीकी से अध्ययन किया है।
अब तक की जांच में रेप और हत्या का मुख्य आरोपी संजय रॉय ही सामने आया है, और किसी दूसरे व्यक्ति की भूमिका नहीं पाई गई है। इस मामले में सीबीआई ने 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं और 10 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराए हैं।
जानें क्या है पूरा मामला
9 अगस्त की सुबह कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में एक ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था। इस घटना के एक दिन बाद, पुलिस ने संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया था। कोलकाता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को आदेश दिया कि जांच सीबीआई को सौंप दी जाए, और सीबीआई ने 14 अगस्त से मामले की जांच शुरू कर दी। इस घटना के बाद, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की सदस्यता निलंबित कर दी थी।
राज्य में इस घटना के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कोलकाता में, लोगों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग के तहत कल रात एक घंटे के लिए लाइटें बंद कर दीं। विक्टोरिया मेमोरियल और राजभवन जैसे प्रमुख स्थलों पर भी लाइटें बंद की गईं। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन में मोमबत्तियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और सोशल मीडिया पर फोटो शेयर की, जिसमें उन्होंने लिखा, “जब प्रकाश भय है, अंधेरा प्रिय है।”