वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान से भारत आईं अंजू ने बताया कि पाकिस्तान में उनके साथ कैसा व्यवहार होता था। उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चों से मिलने यहां आई हैं।
पाकिस्तान पर अंजू: अंजू ने पाकिस्तान गई थी और छह महीने बाद वापस भारत लौटी हैं। इस बीच, उनके भारत वापसी के बारे में कई सवाल उठे हैं। अंजू ने बताया कि वह अपने बच्चों से मिलने भारत आई हैं और उसने इस मुद्दे पर निर्णय लेने के लिए उनके साथ समय बिताने का निर्णय किया है। जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान में उनके साथ कुछ गलत तथा आपत्तिजनक हुआ, तो उन्होंने गला छुपाते हुए कहा कि गले के निशान चोट के नहीं, बल्कि उनके नैक्लेस के निशान हैं और उन्हें बच्चों की यादें बहुत सताती थीं। उन्होंने बताया कि जांच एजेंसियों ने उनसे आधे घंटे तक पूछताछ की है।
मारपीट को लेकर क्या बोली अंजू
टीवी9 से बातचीत में, अंजू ने कहा कि पाकिस्तान में उनके साथ कभी मारपीट नहीं की गई। उन्होंने झिझक के साथ कहा, “पाकिस्तान में बहुत मेहमान नवाजी के साथ रखा गया। पहले दिन जब मैं पाकिस्तान गई और वापस भारत आई तब तक वहां के लोगों ने मुझे अच्छे से रखा।”
टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान गई थी अंजू
अंजू ने बताया कि वह 1 महीने के अपने टूरिस्ट वीजा पर पाकिस्तान गई थीं और फिर उसे एक्सटेंड कराया गया। गौरतलब है कि अंजू ने अपने फेसबुक फ्रेंड नसरुल्ला से मिलने के लिए जुलाई में पाकिस्तान गई थीं। बाद में बताया गया कि उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाकर नसरुल्लाह से शादी कर ली है और अपना नाम बदलकर फातिमा रख लिया है।
इसके बाद नसरुल्ला ने कहा था कि अंजू मानसिक रूप से बीमार हैं और अपने बच्चों को बहुत याद करती हैं। अंजू मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कैलोर गांव की रहने वाली हैं। पाकिस्तान जाने से पहले वह राजस्थान के भिवाड़ी में रहती थी।