दिल्ली में संसद भवन की सुरक्षा बिगाड़कर संसद भवन में पहुंचने वाले चार लोगों में से एक व्यक्ति लखनऊ के निवासी सागर शर्मा है, जो पहले ई-रिक्शा चलाने का कार्य करता था।
लोकसभा सुरक्षा उल्लंघन: संसद की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के मामले में, बुधवार (13 दिसंबर) को एक घटना सामने आई, जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया। जब लोकसभा में प्रश्न काल चल रहा था, तभी दर्शक दीर्घा में बैठे दो लोग सांसदों की जगह में कूद गए और “तानाशाही नहीं चलेगी” का नारा लगाते हुए जूते से केन निकालकर धुआं फैला दिया। इस घटना में एक युवक का नाम सागर शर्मा है, जो लखनऊ का निवासी है और पहले ई-रिक्शा चलाने का काम करता था। सागर और उसके साथी दो लोगों ने संसद की सुरक्षा को भेदकर लोकसभा के अंदर पहुंचने का प्रयास किया था। सागर का परिवार कहता है कि वह घर से दिल्ली में धरना देने की बात कहकर गया था, लेकिन इसके बाद का पूरा संगीत उन्हें पता नहीं था। सागर का पिता एक कारपेंटर है और पिछले बीस सालों से उनका परिवार किराये के घर में रह रहा है। बड़ी बहन के अनुसार, सागर पिछले दो सालों से बेंगलुरु में रहता था और वह छह महीने पहले ही लखनऊ वापस आया था, जिसके बाद उसने ई-रिक्शा चलाना शुरू किया।
दिल्ली में ही पैदा हुआ था सागर
सागर, जिनकी आयु 27 वर्ष है, ने इंटर तक की पढ़ाई पूरी की है। उनके नाना जगदीश ने बताया कि उनकी एक बहन हरियाणा में और एक बहन दिल्ली के बसंत बिहार में निवास कर रही हैं। सागर का जन्म दिल्ली के बसंत बिहार में हुआ था और उसका वहां बचपन से ही आना-जाना रहता था। हालांकि, दो साल बेंगलुरु में रहने के बाद, वह रक्षा बंधन के बाद लखनऊ लौटा है। इसके बाद से ही उन्होंने किराए पर रखे गए ई-रिक्शा को छोड़कर अपना नया रिक्शा खरीदने की योजना बनाई थी।
सागर की मां से बात करते समय, उन्होंने बताया कि सागर ई-रिक्शा चलाता था और उसने 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त की है। उनके पति कारपेंटर का काम करते हैं और पिछले 20 सालों से उनका परिवार किराए के घर में रह रहा है। कल, उन्होंने दोस्तों के साथ दिल्ली में धरना देने की योजना बताई। उन्हें खुद भी नहीं पता था कि वह इतना बड़ा हंगामा करेगा।