केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने सरकारी स्कूल में नाबालिग बच्चियों के साथ हुए रेप की घटना के संबंध में एक तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने व्यक्त किया कि बेटियों के सामने हमारे सिर शर्म से झुके हैं।
राजस्थान रेप केस: राजस्थान में, विपक्षी दलों के बीच, जैसे कि “लॉ एंड ऑर्डर”, महिला और बेटियों की सुरक्षा के मुद्दे पर गहलोत सरकार को लगातार घेर रही हैं। विधानसभा चुनाव कुछ महीनों के बाद होने हैं। डूंगरपुर जिले के एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल ने एक घटना में नाबालिग 6 बच्चियों के साथ हैवानियत की हदें पार की है। इस मामले पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिर, अर्थात् स्कूलों, तक भी हैवान पसरे हुए हैं, और बेटियों के सामने हमारे सिर शर्म से झुके हैं।
सदन में लगाती रही ठहाके
गजेंद्र सिंह शेखावत के विचारों के अनुसार, राज्य सरकार ने रेप की घटनाओं को बेटियों की नजर से नहीं देखा और उन्हें मर्दानगी से जोड़कर तालियां बजाने की कोशिश की। इससे बेटियां अनिच्छुकता और दुख को गवाह रहती हैं। शेखावत के अनुसार, यदि सरकार बिना लिंगभेद करते हुए सख्ती से कार्रवाई करती और गठबंधन बनाती तो राजस्थान में रेप के मामलों में शर्मिंदगी को सबसे ऊपर लाने की आवश्यकता नहीं होती।
शेखावत के इस बयान से स्पष्ट होता है कि उन्हें इस प्रकार की घटनाओं के बारे में गहलोत सरकार की लापरवाही और लचरता से चिंता हो रही है, और उन्हें यह चिंता है कि बेटियां इस पर कैसे प्रतिक्रिया कर रही होंगी।
शोषण का मामला आया सामने
डूंगरपुर जिले में हुए यौन शोषण के मामले में प्रिंसिपल रमेश चंद्र कटारा के खिलाफ कोर्ट द्वारा एक दिवसीय पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश जारी किया गया है। पुलिस जांच में प्रिंसिपल ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं, जिसके माध्यम से उनकी गंभीरता को दर्शाया जाता है। इसके अलावा, उनके आवास पर भी छात्राओं को बुलाने और यौन शोषण करने का आरोप लगाया जा रहा है।
यह मामला अत्यंत गंभीर है और इसकी जांच और कार्रवाई को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यौन शोषण के जैसे अपराध बेहद घोर होते हैं और इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। सभी लोगों को अपनी सामाजिक ज़िम्मेदारी समझकर इस मामले की गंभीरता को समझना और समर्थन करना चाहिए ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके और मानवीय संरक्षण सुनिश्चित किया जा सके।
प्रिंसिपल पर छेड़छाड़ का आरोप
डूंगरपुर के सदर थाने में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक, छात्राओं ने अपने ही स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ छेड़छाड़, अश्लील हरकतें, और रेप करने का आरोप लगाया है। जिला कलेक्टर को इस मामले की शिकायत की गई थी और उसके बाद पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया था।
यह मामला बेहद गंभीर है और महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के मुद्दे को लेकर हर परिवार चिंतित है। यौन शोषण के मामले बहुत ही भयानक और निंदनीय होते हैं और इसका निर्धारण और सख्त कार्रवाई करना आवश्यक है। समाज के हर सदस्य को इस तरह के अपराधों के खिलाफ सतर्क रहना और इनका विरोध करना आवश्यक है ताकि समाज में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।