गैंगस्टर विशनाराम विश्नोई ने भंवरी देवी केस में जमानत पर बाहर आने के बाद, अपराध की दुनिया में क्रिमिनल ग्रुप बनाई थी। इस गैंग की सहायता से उसने वारदातों को काम में लाने का प्रयास किया।
राजस्थान पुलिस ने गैंगस्टर को किया गिरफ्तार: जोधपुर ग्रामीण पुलिस और फलोदी जिला पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई के तहत 1 लाख रुपये की मुठभेड़ से मशहूर गैंगस्टर विशनाराम विश्नोई को शनिवार (19 अगस्त) रात को गिरफ्तार किया है। इसके पीछे की खबर है कि पुलिस ने विश्नोई को लोहावट थाना क्षेत्र के दयाकोर गांव से पकड़ा। विश्नोई, जिन्हें ‘भंवरी देवी अपहरण और हत्या कांड’ के मामले में जमानत पर बाहर आने के बाद भी अपराधिक वारदातों में शामिल पाया गया था, का कहना है कि वह पुलिस से बचाने के लिए सिम चेंज करते रहे थे।
रेंज आईजी जयनारायण शेर ने बताया कि पुलिस ने पहले ही 10 दिन पहले विश्नोई के खिलाफ 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। फलोदी और जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करके उसे गिरफ्तार किया। वर्तमान में पुलिस विश्नोई के पास से बरामद मोबाइल की जांच कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसके किस-किस से संबंध थे। विश्नोई जोधपुर के टॉप आरोपियों में शुमार होते हैं और अपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए उन्होंने अपनी एक गैंग बनाई थी।
विशनाराम विश्नोई पर दर्ज हैं 60 मामले
धर्मेंद्र यादव, जोधपुर ग्रामीण सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस, ने बताया कि गिरफ्तार गैंगस्टर विशनाराम विश्नोई के बारे में कुछ जानकारी दी है। विश्नोई मूल रूप से जलोड़ा गांव के निवासी हैं और उनके खिलाफ करीब 60 मामले दर्ज हैं।
विश्नोई को पिछले कुछ समय से पुलिस की नजर में रखा जा रहा था क्योंकि उन्होंने जमानत पर बाहर आने के बाद अपराधिक वारदातों में शामिल होकर गैंग बनाई और अवैध हथियार, मादक पदार्थों की तस्करी, रंगदारी वसूली जैसे आपराधों में शामिल थे।
यादव ने बताया कि पुलिस ने विश्नोई को लगभग 6 महीने से तलाश कर रही थी और उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी थी, जिसकी वजह से उसके गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
पहले भी विश्नोई ने पुलिस पर लोहावट में फायरिंग करके फरार हो गए थे, और उसके बाद डीएसटी की टीम पर भी फायरिंग करके भागने में सफल हो गए थे।
पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर को गिरफ्तार करने के बिछाया जाल
विशनाराम विश्नोई को पुलिस ने पहले भी कई बार गिरफ्तार करने की कोशिश की थी, लेकिन वह हर बार पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो जाता था। इसके बाद पुलिस ने डीएसटी टीम के मुखबिर तंत्र को एक्टिवेट किया और उसकी गतिविधियों को ट्रेस करने लगी।
शनिवार को उसके गांव में होने की सूचना मिलने के बाद, पुलिस ने उसके पीछे गाड़ी में चलकर जाने का प्रयास किया। उसने पीलवा गांव जाने के लिए रवाना होने का फैसला किया। पुलिस ने उसकी गाड़ी को रास्ते में दयापुर गांव के पास से घेरा बंद करके उसकी स्कॉर्पियो को टक्कर मारी और उसे रोक लिया।
विशनाराम विश्नोई ने पुलिस पर हमला करने का प्रयास किया और उसी तरह से फिर से भागने की कोशिश की। इस क्रिया के दौरान उसके पैर में चोट आई और उसे पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। उसे प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भेजा गया है।