कार्ति चिदंबरम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस उसके 2011 में चीनी नागरिकों को वीजा जारी करने के मामले में ईडी ने दर्ज किया गया था।
चीनी वीज़ा घोटाला: कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। अदालत ने उन्हें गुरुवार (6 जून) को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नियमित जमानत दी है। उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया हुआ है, जिसे लेकर लंबे समय से जांच चल रही है। कार्ति चिदंबरम को हाल ही में आए लोकसभा चुनाव नतीजों में तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से जीत हासिल की है। उन्होंने एआईएडीएमके उम्मीदवार को हराया।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले अप्रैल में ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मामलों की विशेष न्यायाधीश जस्टिस कावेरी बावेजा ने मामले के तीन आरोपियों को एक-एक लाख रुपये के निजी बांड पर अंतरिम जमानत दी थी। जिन आरोपियों को अदालत की तरफ से अंतरिम जमानत दी गई, उसमें चिदंबरम के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट एस भास्कररमन, विकास मखरिया और मंसूर सिद्दीकी भी शामिल हैं। भास्कररमन चिदंबरम का पूर्व सहयोगी रह चुका है।
कार्ति चिदंबरम के खिलाफ क्या है पूरा मामला?
2011 में 263 चीनी नागरिकों को वीजा जारी करने से संबंध में एक घोटाला सामने आया था। इस मामले में ईडी ने कार्ति चिदंबरम और अन्य आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था। उस समय कार्ति के पिता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे। ईडी के अनुसार, मनी लॉन्ड्रिंग किए गए पैसे की मात्रा अभी तक पता नहीं चल पाई है। वहीं सीबीआई द्वारा बताए गए 50 लाख रुपये के कथित भुगतान को वर्तमान मामले का आधार नहीं माना गया है। इसी मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के बाद ईडी ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया।
लोकसभा चुनाव में मिली जीत
कार्ति चिदंबरम इससे पहले 4 जून को चर्चा में आए थे, जब उन्होंने तमिलनाडु की शिवगंगा सीट पर 2 लाख वोटों से जीत मिली। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर एआईएडीएमके प्रत्याशी जेवियरदास को हराया। जीत के बाद उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के लोगों ने बीजेपी के हिंदुत्वा पॉलिटिक्स को खारिज कर दिया है और सेक्यूलर और समावेशी सरकार के लिए वोट किया है। चुनाव नतीजों में यह जीत स्पष्ट है।
राहुल को बनना चाहिए विपक्ष का नेता: कार्ति चिदंबरम
जब पूछा गया कि विपक्ष का नेता कौन होगा, शिवगंगा लोकसभा सीट से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार कार्ति चिदंबरम ने कहा, “मुझे लगता है कि ये पोस्ट कांग्रेस के पास आएगी। मेरी व्यक्तिगत राय में, कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी को खुद ही विपक्ष के नेता का पद लेना चाहिए।”