चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों के साथ सपोर्ट स्टाफ ने आईपीएल ट्रॉफी को अपने नाम करने के लिए पांचवीं बार काफी मेहनत की है। इसके साथ ही, कोच स्टीफन फ्लेमिंग को भी मुख्य तौर पर तारीफ की जा रही है।
चेन्नई सुपर किंग्स सपोर्ट स्टाफ: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की 5वीं आईपीएल ट्रॉफी जीतने में वास्तव में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी और खिलाड़ियों के प्रदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके साथ ही, चेन्नई टीम के सपोर्ट स्टाफ की भी महत्वपूर्ण भूमिका है जिन्होंने पिछले सीजन के खराब प्रदर्शन के बावजूद इस सीजन में ट्रॉफी जीतने में मदद की है। उन्हें इस सफलता के लिए भी योगदान की प्रशंसा मिलनी चाहिए।
सीएसके टीम के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ मिलकर टीम को इस मुकाम तक पहुंचाने में कठिन मेहनत की है। पिछले सीजन जब टीम अच्छे प्रदर्शन नहीं कर रही थी, तब फ्लेमिंग ने अपने बयानों के माध्यम से टीम का समर्थन किया था। वे आईपीएल इतिहास में पहले ऐसे कोच बन गए हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 5 बार ट्रॉफी जीतने में सफलता प्राप्त की है।
इस सीजन में टीम के सपोर्ट स्टाफ की बात करें तो, माइकल हसी, एक पूर्व दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज, चेन्नई की बल्लेबाज कोच की भूमिका में थे। वहीं, ड्वेन ब्रावो, एक महत्वपूर्ण ऑलराउंडर और चेन्नई टीम का अहम हिस्सा, इस सीजन में टीम के बॉलिंग कोच की भूमिका निभा रहे थे।
चेन्नई के फील्डिंग कोच के अंडर में धोनी ने भी खेला
चेन्नई टीम के अन्य सपोर्ट स्टाफ के बारे में बात करें, तो वहां फील्डिंग कोच की जिम्मेदारी पूर्व भारतीय घरेलू खिलाड़ी राजीव कुमार निभा रहे थे। राजीव कुमार ने बिहार और झारखंड के लिए खेलते हुए कप्तानी की थी, जिसमें एक समय महेंद्र सिंह धोनी भी उनके नेतृत्व में खेल चुके हैं। टीम के फिजिकल ट्रेनर की जिम्मेदारी ग्रेगरी किंग निभा रहे थे।
टीम के लिए गेंदबाजी सलाहकार की भूमिका में एरिक सिमंस थे। उन्होंने गेंदबाजों को सलाह और मार्गदर्शन प्रदान किया। वहीं, टीम के फिजियोथेरेपिस्ट की जिम्मेदारी टॉमी सिम्सेक निभा रहे थे, जिन्होंने खिलाड़ियों के शारीरिक संपर्क और चिकित्सा के लिए देखभाल की। लक्ष्मी नारायण को परफॉर्मेंस एनालिस्ट की जिम्मेदारी दी गई थी, जबकि खलील खान टीम के लिए मसाजर की जिम्मेदारी को निभा रहे थे।