सोमवार को नीतीश कुमार ने जनता दरबार में लोगों की समस्याओं को सुनने का कार्यक्रम रखा था। इस समय एक अधिकारी के हाथ से कागज गिर गया। इसके बाद नीतीश कुमार ने उसे ध्यान से सुना और उसकी समस्या को गंभीरता से समझाया।
पटना: जनता दरबार (Janta Darbar) में सोमवार (12 जून) को एक घटना हुई जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) नाराज हो गए थे। यह घटना जब एक अधिकारी के हाथ से एक कागज जमीन पर गिर गया था। इससे पहले और उसके बाद भी नीतीश कुमार जनता दरबार में आए लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे।
अब समझिए क्या है पूरा मामला
जनता दरबार में, जहां लोग अपनी शिकायतों और आवेदनों को रखने के लिए अधिकारियों से मिलते हैं, एक अधिकारी आज भी इसी काम के दौरान आवेदन या शिकायतों से संबंधित कागज़ लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पहुंचा। दुर्भाग्यवश, कागज़ अधिकारी के हाथों से छूटकर नीचे गिर गया। जब उसने कागज़ को उठाने के लिए फिर से जाने का प्रयास किया और मुख्यमंत्री के पास पहुंचा, तो नीतीश कुमार ने उसे टोक दिया।
सीएम नीतीश बोले- तुम्हारा तो जूता है नीचे…
नीतीश कुमार ने अधिकारी के साथ इस तरह की बातचीत की, “तुम बार बार कागज़ नीचे गिरा कर क्यों लाते हो? तुम्हारा जूता तो नीचे ही होना चाहिए, और तुम इसे नीचे गिराकर यहां ले आते हो। हम इसे कैसे हाथों से पकड़ेंगे? बताओ, कागज़ नीचे गिरा दिए तुमने।” इस बीच, अधिकारी अपनी साफ़ाई में कुछ-कुछ कह रहा था। इसके बाद, अधिकारी ने कागज़ को नीतीश कुमार के टेबल पर रखा और चला जाता है।
नीतीश कुमार ने जमीन पर गिरे कागज को नहीं छुआ
नीतीश कुमार ने आवेदन के साथ जुड़े व्यक्ति की शिकायत को पढ़ते हुए, संबंधित विभाग के अधिकारी को तुरंत फोन करके मामले की जांच के लिए कहा। वह बिना कागज़ को हाथ में लिए, आवेदन को पढ़ते हुए और शिकायत की सारांश सुनकर, विभाग को समस्या का तत्परता से समाधान करने के निर्देश दिए। यहां यह महत्वपूर्ण है कि नीतीश कुमार ने जमीन पर गिरे कागज़ को नहीं छुआ, जिससे वह एक साफ़ और सम्मानजनक प्रभाव छोड़ते हैं।