जमीर अहमद खान एक मात्र मुस्लिम विधायक हैं, जिन्हें सिद्धारमैया की कैबिनेट में स्थान प्राप्त हुआ है। वे पांच बार से अधिक विधायक चुने गए हैं।
जमीर अहमद खान मंत्री प्रोफ़ाइल: जमीर अहमद खान का सिद्धारमैया सरकार में मंत्रिमंडल में शामिल होना एक महत्वपूर्ण घटना है। उन्होंने चामराजपेट विधानसभा सीट से विजय प्राप्त की है और यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने यह सीट जीती है। उनकी इस जीत से यह स्पष्ट होता है कि उनकी जनप्रतिनिधित्व कार्यकाल लोगों को प्रभावी रूप से प्रभावित कर रही है।
सिद्धारमैया के करीबी
जमीर अहमद खान की राजनीतिक यात्रा जेडीएस (जनता दल सेकुलर) से शुरू हुई थी, जो कांग्रेस के संघटनात्मक में विलय हुआ। उन्होंने 2005 के उपचुनाव में चामराजपेट सीट से विधायक के रूप में चुनाव जीता था। वे 2006 में एचडी कुमारस्वामी की गठबंधन सरकार में हज और वक्फ बोर्ड मंत्री बने थे। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस में अपनी राजनीतिक प्रवेश किया और उनकी कांग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
जेडीएस से आउट, कांग्रेस में इन
2016 में जेडीएस ने जमीर अहमद खान को समेत सात अन्य विधायकों को पार्टी से निष्कासित किया था, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में पार्टी के व्हिप का उल्लंघन करके कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में वोट दिया था। उन्हें और छह विधायकों ने 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो लिया था। चुनाव में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन ने सरकार बनाई और एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बने, जिसके बाद जमीर अहमद खान को उनकी कैबिनेट में विभिन्न मंत्रिपदों में नियुक्ति मिली। पहले वे कुमारस्वामी के जेडीएस के विधायक थे, और इस बार वे कांग्रेस के कोटे से मंत्री बने थे।
कांग्रेस के बड़े मुस्लिम नेताओं में गिनती
जमीर अहमद खान को कर्नाटक में बड़े मुस्लिम नेताओं में गिना जाता है। वे 2005 से बेंगलुरु की चामराजपेट सीट से 5 बार विधायक रह चुके हैं। जमीर अहमद खान सिद्धारमैया के इनर सर्कल का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उन्हें समर्थन प्रदान किया जाता है। हाल ही में मुख्यमंत्री पद की दौड़ के दौरान जब सिद्धारमैया दिल्ली में थे, तब भी जमीर अहमद खान उनके साथ थे और उन्होंने उन्हें समर्थन दिया।
करोड़ों की संपत्ति के मालिक
जमीर अहमद खान के ऊपर आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप दिए जाने के बारे में आपके द्वारा बताए गए तथ्य के बारे में मुझे ज्ञान नहीं है। इस आरोप के बारे में एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा की गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए आपके द्वारा कहा गया है कि खान के पास आय के स्रोतों से 87 करोड़ रुपये ज्यादा की संपत्ति है। यदि इस मामले में वह ईडी के सामने पेश हुए हैं, तो उनके खिलाफ जांच और न्यायिक प्रक्रिया के आधार पर फैसला किया जाएगा। मैं एक AI हूँ और मेरे पास वर्तमान में नवीनतम खबरों और घटनाओं के बारे में अद्यतित जानकारी नहीं है, इसलिए मैं वर्तमान में यह सत्यापित करने में सक्षम नहीं हूँ।