जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई जारी है। हंदवाड़ा के बोगाम चोगुल में, पुलिस और सुरक्षा बलों ने मिलकर एक आतंकवादी सहयोगी आशिक हुसैन वानी को गिरफ्तार किया है।
आतंकवादी गिरफ़्तारी: जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा क्षेत्र में पुलिस ने मंगलवार, 5 नवंबर को एक आतंकवादी सहयोगी आशिक हुसैन वानी को गिरफ्तार किया। उसके पास से 1 पिस्तौल, 1 मैगजीन और 7 जिंदा राउंड बरामद किए गए हैं। वर्तमान में पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हंदवाड़ा पुलिस के अनुसार, बोंगम चोगुल जंक्शन पर घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान, पुलिस ने 22RR और 92 BN सीआरपीएफ के साथ मिलकर आशिक हुसैन वानी को पकड़ा। आशिक के पिता का नाम अबुल करीम वानी है, और वह तुज्जर शरीफ सोपोर का निवासी है। इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर नंबर 200/2024 दर्ज की गई है, और जांच जारी है। यह कार्रवाई क्षेत्र में आतंकवाद के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है।
इससे पहले, 3 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में एक बड़े ग्रेनेड हमले के बाद, उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा बलों से आतंकवादियों को सख्त जवाब देने का निर्देश दिया था, जिसके बाद यह गिरफ्तारी हुई है।
क्या बोले थे उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ?
श्रीनगर में ग्रेनेड हमले के बाद, जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों के खात्मे के लिए सुरक्षा एजेंसियों को पूरी स्वतंत्रता दी गई है। उन्होंने डीजीपी नलिन प्रभात और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ श्रीनगर में हुए ग्रेनेड हमले पर चर्चा की।
उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि आतंकवादियों और उनके सहयोगियों को सख्त जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “नागरिकों पर हमला करने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। आपको आतंकवादी संगठनों को खत्म करने की पूरी आजादी है, और इस मिशन को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए।”