संजय राउत ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और TDP के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू से यह सवाल पूछा कि उनकी पार्टी के कोटे से बने मंत्रियों को क्यों बड़ा विभाग नहीं मिला?
मोदी कैबिनेट 3.0 पोर्टफोलियो: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सभी नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा किया। इस दौरान, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के चीफ एन चंद्रबाबू नायडू को एक सलाह दी।
संजय राउत ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कोटे से किसी मुस्लिम को मंत्री नहीं बनाया, लेकिन लोग नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से सवाल करेंगे कि आपने ऐसा क्यों नहीं किया? आपको अपने कोटे से किसी मुस्लिम व्यक्ति को मंत्री बनाना चाहिए था।” उन्होंने आगे कहा कि मेरा सवाल है कि नीतीश कुमार की जेडीयू और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी को कोई बड़ा मंत्रालय क्यों नहीं मिला।
वास्तव में, बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल जेडीयू के कोटे से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर को मंत्री बनाया गया है। वहीं, टीडीपी के कोटे से राममोहन नायडू को मंत्री पद दिया गया है।
राम मोहन नायडू का कौन सा विभाग मिला?
राममोहन नायडू को नागर विमानन मंत्रालय सौंपा गया है, जो पिछली सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा देखा जाता था। इस बार, सिंधिया को संचार मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि उन्हें पूर्वोत्तर मामलों के मंत्रालय की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर को निम्नलिखित विभागों में सौंपा गया है:
- ललन सिंह को पंचायती राज, मत्स्यपालन, पशुपालन, और दुग्ध मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- रामनाथ ठाकुर को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।
इसके अतिरिक्त, एनडीए में शामिल जेडीयू के नेता एचडी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय में मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है।