जिले में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर धारा 144 लागू कर दी गयी है. चुनाव आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक अलर्ट है और चौकियों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।
2023 के राजस्थान राज्य विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है और चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी लोक बंधु ने सभी विभागीय अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के निर्देश जारी किए हैं।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है, जो चुनावी प्रक्रिया पूरी होने तक प्रभावी रहेगी. निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार भरतपुर एवं धौलपुर जिलों के जिला कलेक्टरों को आदर्श आचरण संहिता के प्रावधानों की पालना के संबंध में आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया गया है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्धारित प्रपत्र में अंकित अनुपालन प्रतिवेदन 24, 48 एवं 72 घंटे के अंदर निर्वाचन आयोग को समर्पित करने का भी निर्देश दिया है. आज जिलाधिकारी ने नगर भ्रमण कर राजनीतिक दलों अथवा सरकारी योजनाओं से संबंधित बैनर, पोस्टर एवं होर्डिंग्स का निरीक्षण किया. हालांकि आचार संहिता लागू होते ही नगर निगम कर्मचारियों ने इन्हें तुरंत हटा दिया।
राज्य में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण विधानसभा चुनाव कराने के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है.
क्या कहना है जिला निर्वाचन अधिकारी का
जिलाधिकारी ने कहा है कि 24, 48 एवं 72 घंटे के अंदर अनुपालन हेतु निर्देश जारी कर भारत निर्वाचन आयोग को भेज दिया गया है. चुनाव की तैयारी के लिए सभी जिला पदाधिकारियों को बैठक के माध्यम से पहले ही अलर्ट कर दिया गया था.
उपमंडल अधिकारी की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार की सभा, राजनीतिक कार्यक्रम, बैठक या रैली पर रोक लगाते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके अलावा, कई अन्य प्रतिबंध लगाए गए हैं, और पुलिस विभाग और उप-विभागीय अधिकारियों की भागीदारी के साथ उनके कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या कहना है जिला पुलिस अधीक्षक का
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि चुनाव आयोग आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करेगा. चुनाव में भयमुक्त माहौल बनाने और चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्षता से संपन्न कराने के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की जायेगी.
भरतपुर और धौलपुर जिलों में 5,000 से अधिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और स्थानीय पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, भरतपुर और धौलपुर दोनों जिलों में 27 चेक-पोस्ट स्थापित किए जाएंगे और सभी विधानसभा क्षेत्रों में उड़न दस्ते और निगरानी सहित व्यापक सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।
इसके अलावा, अंतरराज्यीय सीमा पर 27 चेक-पोस्ट स्थापित किए जाएंगे और इन चेक-पोस्टों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा।