संसद भवन परिसर में आज वक्फ संशोधन बिल पर विशेष समिति (जेपीसी) की बैठक चल रही है। इस बैठक के दौरान कई विपक्षी दलों के सदस्य बाहर आ गए हैं।
जेपीसी बैठक: संसद भवन परिसर में आज वक्फ संशोधन बिल पर जेपीसी की बैठक चल रही है, जिसमें विपक्षी दलों के कई सदस्य शामिल नहीं हो रहे हैं। इन सदस्यों ने बैठक से वॉकआउट कर दिया है, उनका कहना है कि उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड के सीईओ की रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है।
विपक्ष के सदस्यों का आरोप है कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने पहले ही जेपीसी के अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि इस रिपोर्ट का संज्ञान न लिया जाए। सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट में वक्फ संपत्तियों से जुड़ी कई गड़बड़ियों का उल्लेख किया गया है। जेपीसी के सामने हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और उत्तराखंड में वक्फ बोर्ड से जुड़े प्रतिनिधियों द्वारा मौखिक साक्ष्य और सुझाव पेश किए जाने हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने किया रिपोर्ट को अमान्य घोषित
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सांसद जगदम्बिका पाल, जो वक्फ संशोधन पर संयुक्त समिति के अध्यक्ष हैं, को पत्र लिखकर आईएएस अश्विनी कुमार द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को अमान्य घोषित कर दिया है। इस रिपोर्ट को जीएनसीटीडी की मंजूरी के बिना समिति के सामने पेश किया गया था।
इससे पहले, वक्फ बिल के लिए जेपीसी की बैठक में भाजपा और टीएमसी के बीच तीखी झड़प हुई थी, जिसमें टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने एक गिलास पानी की बोतल उठाई और उसे मेज पर फेंक दिया, जिससे वे खुद को चोट पहुंचा बैठे। इसके बाद कल्याण बनर्जी को संस्पेंड कर दिया गया।
भाजपा ने आरोप लगाया कि गुस्से में आकर कल्याण बनर्जी ने पानी की बोतल को मेज पर पटक दिया और इसे चेयरमैन की तरफ फेंका, जिससे उन्हें चोट लगी। वहीं, विपक्ष ने इस घटना के लिए भाजपा सांसदों को जिम्मेदार ठहराया है।