मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सोमवार, 9 सितंबर 2024 को मामले की सुनवाई एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दी। अब केस की अगली सुनवाई मंगलवार, 17 सितंबर 2024 को होगी।
कोलकाता बलात्कार और हत्या मामला: पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि कोलकाता रेप कांड के बाद डॉक्टरों की हड़ताल के चलते 23 लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी सोमवार, 9 सितंबर 2024 को, कोलकाता रेप और हत्या मामले से जुड़ी याचिका की सुनवाई के दौरान सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट में दी। उन्होंने बताया कि बंगाल सरकार ने स्टेटस रिपोर्ट दायर की है, जिसमें हड़ताल के दौरान 23 मरीजों की मृत्यु की बात कही गई है।
सुनवाई के दौरान, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने, सीबीआई की ओर से, सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि जांच एजेंसी ने फॉरेंसिक नमूने एम्स भेजने का निर्णय लिया है। अदालत ने सीबीआई को जांच पर नई स्टेटस रिपोर्ट 17 सितंबर 2024 तक जमा करने का निर्देश दिया। साथ ही, पश्चिम बंगाल सरकार के गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी को निर्देश दिया कि अर्धसैनिक बल की तीनों कंपनियों के लिए आवास की सुविधा और सभी आवश्यक सुरक्षा संसाधन आज ही उपलब्ध कराए जाएं।
अब इस मामले की अगली सुनवाई 17 सितंबर 2024 को होगी। आइए, जानते हैं कि कोर्टरूम में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ?:
कपिल सिब्बल- डाक्टरों की हड़ताल जारी है
CBI के लिए पेश सॉलिसिटर जनरल- हमें बंगाल सरकार की रिपोर्ट की कॉपी नहीं मिली
कपिल सिब्बल- हमने रिपोर्ट कोर्ट को दी है
CJI डीवाई चंद्रचूड़- चलिए, इसके बजाय फिलहाल हम यह देखते हैं कि जांच की क्या स्थिति है
कपिल सिब्बल ने कोर्ट को जानकारी दी कि 23 लोगों की मौत हो गई है
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़: प्रिंसिपल के घर और कॉलेज के बीच की दूरी कितनी है?
सॉलिसिटर जनरल: लगभग 15-20 मिनट की दूरी है।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़: अप्राकृतिक मौत की रिपोर्ट दर्ज होने का समय क्या है?
कपिल सिब्बल: रिपोर्ट दोपहर 2:55 बजे दर्ज हुई, जबकि मृत्यु प्रमाणपत्र 1:47 बजे जारी किया गया।
सॉलिसिटर जनरल: हमने एक चार्ट सौंपा है, कृपया उसे देखें। वह हम सब की बेटी थी।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़: वह डायरी एंट्री कौन सी है, जो बाद में अप्राकृतिक मौत (UD) में बदली गई?
कपिल सिब्बल: डायरी एंट्री 565 है, और इसका समय 2:55 बजे का है।
सॉलिसिटर जनरल ने इसे गलत बताया, कहा- एंट्री 565 सिर्फ मेडिकल रिपोर्ट है. GD दोपहर 3.30 की है. UD रात 11.30 की
कपिल सिब्बल: 4:10 से 4:40 के बीच मजिस्ट्रेट ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़: सर्च और सीज़र कब हुआ?
सॉलिसिटर जनरल: महिला कर्मियों को भी दूर से आना पड़ रहा है, और मेटल डिटेक्टर जैसे उपकरण रखने के लिए भी पर्याप्त जगह नहीं दी गई।
कपिल सिब्बल: कुछ तकनीकी कमियों के कारण फुटेज टुकड़ों में दी गई है।
कपिल सिब्बल: (सर्च और सीज़र का समय) रात 8:30 से 10:45 तक हुआ।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़: क्या घटना के समय की CCTV फुटेज CBI को मिल गई है, जिसमें आरोपी को सेमिनार रूम में जाते और वापस आते हुए दिखाया गया है?
कपिल सिब्बल और सॉलिसीटर ने हां में जवाब दिया
CJI डीवाई चंद्रचूड़: क्या सर्च और सीज़र की वीडियोग्राफी CBI को सौंपी गई?
कपिल सिब्बल: हां।
सॉलिसिटर जनरल: हमें केवल 27 मिनट का फुटेज मिला, जबकि सर्च और सीज़र की प्रक्रिया 8:30 से 10:45 तक चली।
सॉलिसिटर जनरल: जब लड़की का शव मिला, वह सेमी न्यूड अवस्था में थी। इन्होंने सैंपल्स सीएफएसएल वेस्ट बंगाल को भेजे, जबकि हम उन्हें एम्स और अन्य लैब्स में भेजेंगे।
सॉलिसिटर जनरल: सैंपल जमा करने की प्रक्रिया भी संदिग्ध थी, इसलिए हम दोबारा जांच करवा रहे हैं।