भारत और स्विट्ज़रलैंड के बीच दोस्ती एक नए स्तर पर पहुँच रही है। दोनों देशों ने इस साल कई महत्वपूर्ण समझौते किए हैं, जो उनके द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में मदद करेंगे।
भारत-स्विट्जरलैंड संबंध: भारत और कनाडा के रिश्ते deteriorate होते जा रहे हैं, लेकिन इस बीच, भारत अपने अन्य देशों के साथ संबंधों को और मजबूत कर रहा है। इसी क्रम में, स्विट्ज़रलैंड के एंबेसी के मंत्री और डिप्टी हेड ऑफ मिशन, डॉ. ओलिवर फिंक ने भारत की प्रशंसा की है।
उन्होंने बताया कि भारत और स्विट्ज़रलैंड के बीच के संबंध लगातार सुधर रहे हैं और वे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को लेकर काफी आशावादी हैं।
डॉ. फिंक ने कहा, “इन दिनों भारत में राजनयिक होना एक आशीर्वाद है, क्योंकि यहां तेजी से विकास हो रहा है। हमने इस साल व्यापार और आर्थिक साझेदारी पर समझौते किए हैं, और हमें उम्मीद है कि यह दोनों देशों के बीच दोस्ती के नए आयामों को शुरू करेगा।” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि “हम भारत के साथ अपनी 75 साल पुरानी दोस्ती का जश्न मना रहे हैं, जिसके लिए अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।”
हाल में ही स्विट्जरलैंड दौरे पर गए थे विदेशमंत्री एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर सितंबर में स्विट्ज़रलैंड के दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने अपने समकक्ष इग्नाजियो डेनियल जियोवानी कैसिस से मुलाकात की। इस बैठक में, दोनों देशों के बीच यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के साथ व्यापार समझौते पर चर्चा हुई।
इस बीच, कनाडा के साथ भारत के रिश्ते खराब होते जा रहे हैं। निज्जर हत्या कांड के सिलसिले में कनाडा भारत पर लगातार आधारहीन आरोप लगा रहा है। इस मामले में कनाडा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का भी नाम लिया है। भारत ने कनाडा की इस हरकत का कड़ा जवाब दिया है और अपने उच्चायुक्त के साथ-साथ 6 अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया है। अब तक कनाडा ने इस मामले में भारत के खिलाफ कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया है।