तमिलनाडु पुलिस ने 19 अगस्त को बताया कि एक फर्जी एनसीसी कैंप में 13 लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटना घटी है।
तमिलनाडु में 13 लड़कियों का यौन उत्पीड़न: तमिलनाडु में यौन शोषण का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने न केवल छात्राओं बल्कि उनके अभिभावकों को भी झकझोर कर रख दिया है। 19 अगस्त को तमिलनाडु पुलिस ने खुलासा किया कि एक फर्जी एनसीसी कैंप में 13 लड़कियों का यौन शोषण किया गया।
इस घटना के बाद तमिलनाडु पुलिस ने कृष्णागिरी जिले के एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल और दो शिक्षकों सहित 11 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह एनसीसी कैंप उसी स्कूल के परिसर में आयोजित किया गया था। पुलिस ने कैंप का आयोजन करने वाले व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। कृष्णागिरी जिले के पुलिस अधीक्षक पी थंगादुराई ने बताया कि स्कूल ने एक फर्जी एनसीसी कैंप आयोजित किया, जहां एक दर्जन से अधिक लड़कियों का यौन शोषण हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि स्कूल के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की जानकारी थी, लेकिन उन्होंने पुलिस को सूचित करने के बजाय इसे छिपाने की कोशिश की।
ये था मामला
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि जिस प्राइवेट स्कूल में एनसीसी कैंप आयोजित किया गया था, वहां वास्तव में एनसीसी की कोई यूनिट नहीं थी। स्कूल प्रबंधन को एक समूह ने संपर्क कर यह भरोसा दिलाया था कि कैंप के आयोजन के बाद स्कूल में एनसीसी की यूनिट स्थापित की जा सकती है, और इसी आश्वासन पर स्कूल ने सहमति दी थी। यह तीन दिवसीय कैंप अगस्त के पहले सप्ताह में आयोजित हुआ था, जिसमें 41 बच्चे शामिल थे, जिनमें 17 छात्राएं थीं। पुलिस ने बताया कि लड़कियों को उनके ठहरने की जगह से बहला-फुसलाकर ले जाया गया और उनका यौन शोषण किया गया।
लड़कियों को स्कूल के सेमिनार हॉल की पहली मंजिल पर ठहराया गया था, जबकि लड़कों को ग्राउंड फ्लोर पर रखा गया था। इस दौरान बच्चों की निगरानी के लिए कोई शिक्षक भी मौजूद नहीं था। बाल कल्याण समिति के अधिकारियों ने कहा कि एनसीसी कैंप के आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।