श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी के उपयोग के खिलाफ सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
तिरूपति लड्डू प्रसादम विवाद: सुब्रमण्यम स्वामी ने श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी के इस्तेमाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की है। इससे पहले, हिंदू सेना समिति के सुरजीत यादव और सुदर्शन टीवी के सुरेश चव्हाण ने भी इसी मुद्दे पर याचिका दाखिल की थी।
हिंदू सेना के अध्यक्ष सुरजीत सिंह यादव ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका पेश की है। इस पर वकील सत्यम सिंह राजपूत ने भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को एक पत्र याचिका भेजी थी।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने लैब रिपोर्ट के आधार पर कहा कि मंदिर के प्रसादम में उपयोग किए गए शुद्ध घी में जानवरों की चर्बी पाई गई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रसाद बनाने में घटिया सामग्री का उपयोग हो रहा है, जिससे देश में राजनीतिक हलचल मच गई है।
TTD के कार्यकारी अधिकारी शामला राव ने जारी किया बयान
तिरुपति लड्डू प्रसादम विवाद पर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के कार्यकारी अधिकारी शामला राव ने कहा है कि एक संवेदी पैनल स्थापित किया गया है, जो खाद्य नमूनों का मूल्यांकन सुगंध, स्वाद और बनावट के मापदंडों पर करेगा। उन्होंने बताया कि भगवान वेंकटेश्वर के लिए आयोजित कार्यक्रमों के दौरान किसी भी ‘दोष’ को दूर करने के लिए हर साल टीटीडी ‘पवित्रोत्सवम’ का आयोजन करता है। इसके तहत कल एक दिवसीय ‘संप्रोक्षण’ और ‘शांति होम’ भी आयोजित किया जाएगा, ताकि भक्तों में विश्वास बहाल हो सके और वे शांत मन से प्रार्थना कर सकें।
शामला राव ने आगे कहा कि पिछले तीन महीनों में पहली बार टीटीडी ने घी में मिलावट की जांच करने की प्रणाली स्थापित की है, जबकि पहले कभी बाहरी प्रयोगशालाओं में इस तरह की जांच नहीं की गई थी। उन्होंने बताया कि यदि कोई मिलावटी सामान सप्लाई करने की कोशिश करेगा, तो उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और अन्य कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। टीटीडी एक इन-हाउस लैब स्थापित करने की योजना भी बना रहा है।