भयानक तूफान साओला चीन और हांगकांग की ओर तेजी से बढ़ रहा है, जो भारी हानि का कारण बन सकता है। इस परिस्थिति में, लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सलोआ टाइफून: भयानक तूफान साओला चीन और हांगकांग में भारी तबाही मचा सकता है. इस परिस्थिति में, दोनों देशों ने सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी हैं और स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, टाइफून साओला चीन के गुआंगडोंग प्रांत की ओर बढ़ रहा है, जिसकी रफ्तार 240 किमी/घंटे की है। इसके परिणामस्वरूप, स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है और अन्य यातायात भी बंद किया गया है।
दोनों देशों के अधिकारियों ने तेज़ तूफ़ान की चेतावनी भी जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक, तूफ़ान की ताकत में थोड़ी कमजोरी आई है, हालांकि तट से टकराने के बाद यह तूफ़ान अपना रौद्र रूप दिखा सकता है। इसलिए तबाही का खतरा अब भी बरकरार है और ऐसे में सभी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, टाइफून साओला की रफ्तार करीब 200 किलोमीटर प्रतिघंटे की है और यह इलाकों को अपनी चपेट में ले सकता है, जैसे कि हांगकांग और गुआंगडोंग।
सभी स्कूल- कॉलेज बंद
पत्रकारों से बात करते हुए हांगकांग के मुख्य सचिव एरिक चैन ने कहा कि सभी स्कूलों को बंद कर देना चाहिए क्योंकि शुक्रवार को एक ताकती तूफान तट के पास आ रहा था. हांगकांग ने इस तूफान को श्रेणी T3 में रखा है, जो तूफानों के लिए एक माध्यमिक श्रेणी होती है। हांगकांग और गुआंगडोंग से इस शक्तिशाली तूफान की फिलहाल करीब 300 किलोमीटर की दूरी पर है, और आज, अर्थात् 1 सितंबर को, इस खतरनाक तूफान के तटीय इलाकों से टकराने का अनुमान है। इस दिफ़ा की सुरक्षा के लिए, यहां रहने वाले नागरिकों के लिए विस्तारित दिशानिर्देश जारी किए गए हैं, ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
समुद्र तट से दूर रहने की चेतावनी जारी
ज्वाइंट टाइफून वॉर्निंग सेंटर के प्रोजेक्ट्स के बयान के अनुसार, चीन के दक्षिणी गुआंगडोंग प्रांत रात तक टाइफून साओला से प्रभावित होगा। लेकिन जैसे-जैसे यह हांगकांग के करीब पहुंचेगा, तूफान कमजोर होकर श्रेणी 2 के तूफान में तब्दील हो जाएगा। फिलहाल यह श्रेणी 4 का तूफान है। खतरे को देखते हुए दक्षिणी चीन के इलाकों में लोगों को समुद्र तट से दूर रहने की चेतावनी दी गई है।
तट से टकराने के बाद खतरनाक हो सकता है तूफान
बीते गुरुवार दोपहर को इसकी हवा की रफ्तार 209 किलोमीटर प्रति घंटे पर हुई थी, और यह तट से टकराने के बाद और भी बढ़ जाएगी। इससे चीन और हांगकांग के लिए खतरा बढ़ सकता है। चीनी अधिकारियों ने गुरुवार को चेतावनी दी कि यह 1949 के बाद से गुआंगडोंग में आने वाला पांचवा सबसे शक्तिशाली तूफान हो सकता है।