दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए हादसे में जान गंवाने वाले व्यक्ति के परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है। घायलों को तीन लाख रुपये मुआवजे के रूप में दिए गए हैं।
दिल्ली हवाईअड्डे की छत गिरी: दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 की छत ढहने के मामले पर राजनीति अपने चरम पर है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने आश्वासन दिया है कि इस घटना पर सक्रिय कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देशभर के सभी एयरपोर्ट्स की संरचनात्मक प्रारंभिक जांच की जाएगी। इस घटना के बाद विपक्ष ने सरकार पर तीखे हमले किए हैं। मंत्री ने विपक्ष पर फेक न्यूज फैलाने का भी आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में नायडू ने कहा, “हम ऐसी घटनाओं को दोबारा नहीं होने देना चाहते हैं। इसलिए हम सभी एयरपोर्ट्स के ढांचों की जांच सुनिश्चित करेंगे। हमने देशभर के सभी एयरपोर्ट्स से 2-5 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद हम देखेंगे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए।”
दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल पर हुए इस हादसे में 45 वर्षीय एक कैब ड्राइवर की मौत हो गई, जबकि आठ लोग घायल हुए हैं।
एयरलाइन्स को किराया नहीं बढ़ाने की मिली हिदायत
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइंस के लिए एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें उनसे फ्लाइट के किराए में वृद्धि न करने का निर्देश दिया गया है। उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, “ऐसी घटनाओं के बाद हवाई किराए में वृद्धि हो जाती है। इसलिए, हमने एयरलाइंस को टिकटों का किराया स्थिर रखने के लिए एक सर्कुलर जारी किया है।” उन्होंने बताया कि टर्मिनल-1 को बंद कर दिया गया है, और अब टर्मिनल-2 और 3 से फ्लाइट मूवमेंट हो रहा है।
कांग्रेस पर फर्जी खबरें फैलाने का आरोप, राजनीति अनुचित: उड्डयन मंत्री
केंद्रीय मंत्री ने इस दुखद घटना पर राजनीति करने और फर्जी खबरें फैलाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की है। उन्होंने कहा, “मुझे आश्चर्य हो रहा है कि विपक्ष इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है, यह कहते हुए कि टर्मिनल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह फर्जी खबर है, जो वे फैला रहे हैं। पीएम मोदी ने दूसरे टर्मिनल में एक इमारत का उद्घाटन किया था, जो अभी भी वहीं है।”
उन्होंने कहा, “गिरी हुई छत एक पुरानी इमारत का हिस्सा है, जिसका उद्घाटन 2009 में हुआ था। यह 15 साल पुरानी इमारत है। इस घटना को सरकार पर कटाक्ष करने के लिए इस्तेमाल करना अनुचित है।”