पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और ठेकेदारों पर 11.60 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा गया है दिल्ली में। इस मामले में एसीबी ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ-साथ अन्य व्यक्तियों पर केस दर्ज किया है।
दिल्ली समाचार: दिल्ली में एक सड़क निर्माण परियोजना में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जिसमें पीडब्ल्यूडी (PWD) के अधिकारी और ठेकेदारों के बीच मिलीभगत के कागजात के आधार पर एक घोटाला उजागर हुआ है। इस मामले में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक शाखा) ने PWD अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिसमें सड़क निर्माण पर 11.60 करोड़ रुपये का घोटाला शामिल है।
यह घटना दिल्ली के वेस्ट एन्क्लेव के आउटर रिंग रोड ब्रिटानिया चौक के पास स्थित सड़क संख्या 43 के प्रोजेक्ट के संबंध में हुई है। एसीबी के संयुक्त आयुक्त मधुर वर्मा ने बताया है कि इस मामले में शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की गई है और यहां सड़क का निर्माण शुरू होने के बावजूद कागजों में इसका लाभ दिखाया गया है।
‘कच्चे माल की खरीद भी नहीं की गई’
एसीबी के संयुक्त आयुक्त मधुर वर्मा ने बताया कि जांच के दौरान यह सामने आया कि सड़क निर्माण के लिए सामग्री को खरीदने की दर में भ्रष्टाचार हुआ है, क्योंकि कागजों में उसे अपनी पसंद के अनुसार खरीददारी का दृष्टिकोण दिखाया गया है। खरीदी गई सामग्रियों का कोई चालान तैयार नहीं किया गया और न कच्चे माल की खरीददारी की गई। ठेकेदारों ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ मिलकर करोड़ों रुपए का घोटाला किया है। इसके अलावा, जांच के दौरान पीडब्ल्यूडी और ठेकेदारों के द्वारा खरीदे गए अन्य दस्तावेजों में कई अनैतिकताएं भी पाई गईं हैं। इसके अलावा, पीडब्ल्यूडी के मटेरियल एट साइट रजिस्टर में भी गड़बड़ी मिली है। इस मामले के संबंध में सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंताओं, ठेकेदारों, और पीडब्ल्यूडी के तत्कालीन कार्यकारी अभियंता पर मामला दर्ज किया गया है।