राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियाँ तेज हो रही हैं, और हर हफ्ते जॉइनिंग की तैयारी भी हो रही है। कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व ब्यूरोक्रेट्स इस प्रक्रिया में सबसे आगे हो सकते हैं।
राजस्थान चुनाव 2023: विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान की भाजपा ने जॉइनिंग की प्रक्रिया को बढ़ा दिया है और हर सप्ताह बड़ी जॉइनिंग की घोषणा हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप, दिल्ली से लेकर राजस्थान तक हलचल तेज हो गई है। इसमें खास ध्यान दिया जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह करवा खुद भी जॉइनिंग को बढ़ा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में कुछ बड़ी जॉइनिंग की भी घटना घटी थी जिसकी घोषणा उनके सामने हुई थी।
सुभाष महेरिया के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे की जॉइनिंग की चर्चा भी हो रही है। इसके साथ ही केंद्र सरकार में मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा भी तेज हो रही है और राजस्थान के कई नेताओं के बाहर होने और उनके द्वारा होने की बात चर्चा में है। इसके अलावा, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में भी कुछ बड़े नेताओं को शामिल होने की चर्चा हो रही है।
जॉइनिंग से बनाया जा रहा माहौल
राजस्थान में बीजेपी ने जॉइनिंग प्रक्रिया को शुरू करके चुनाव के माहौल को तैयार करने का प्रयास किया है। उन्होंने विधानसभा क्षेत्रों की सीटों पर प्रभावशाली नेताओं को जॉइन कराने पर ध्यान केंद्रित किया है ताकि पार्टी को उन क्षेत्रों में मजबूती से काम करने की संभावना हो सके। सीकर, भरतपुर और अलवर से पहले से ही ऐसी जॉइनिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। जगन्नाथ पहाड़िया के बेटे वैर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं और अब जॉइनिंग की रफ्तार और तेज होने की संभावना है।
मोदी मंत्रिमंडल और नड्डा की टीम में एंट्री की तैयारी
हाल की जानकारी के अनुसार, नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में आगामी दिनों में फेरबदल हो सकता है। इसमें से राजस्थान के दो मंत्री बाहर होने की बात चर्चा में है। यह दोनों मंत्रियों में से एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री हो सकते हैं। इसके साथ ही, कुछ प्रमुख नेताओं के बीजेपी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चा भी हो रही है। उनमें से एक महिला नेता और एक आदिवासी पुरुष सांसद की भी संभावना है। इसके साथ ही, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में भी फेरबदल की चर्चा हो रही है। राजस्थान से एक या दो नेताओं को उसमें शामिल किया जा सकता है। यहां तक कि बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर पर बड़े नेताओं की उपस्थिति के बारे में भी चर्चा हो रही है।