दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को दिल्ली का मुख्यमंत्री चुन लिया गया है। सीएम अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, लोगों की नजरें आतिशी पर ही टिकी थीं।
आतिशी मार्लेना दिल्ली सीएम: अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, आतिशी को दिल्ली के मुख्यमंत्री के पद की जिम्मेदारी दी गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद, आतिशी मौजूदा समय में भारत की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं। मंगलवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मंजूरी दी गई। इस बैठक में अरविंद केजरीवाल ने खुद आतिशी का नाम प्रस्तावित किया, जिसे सभी सदस्यों ने समर्थन दिया।
आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, अरविंद केजरीवाल के बाद अब दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी होंगी। पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज भी दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री रह चुकी हैं, जिससे आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। वर्तमान में देश की महिला मुख्यमंत्रियों में ममता बनर्जी के बाद आतिशी दूसरी हैं।
दिल्ली सीएम के लिए इन नामों की थी चर्चा
विधायक दल की बैठक से पहले, अरविंद केजरीवाल ने अपने आवास पर एक पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी (पीएसी) की बैठक आयोजित की, जो लगभग एक घंटे तक चली। इस बैठक में पीएसी के सभी सदस्य और दिल्ली सरकार के मौजूदा कैबिनेट मंत्री शामिल हुए। इस दौरान, केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में प्रत्येक सदस्य से फीडबैक लिया।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, आतिशी के अलावा दिल्ली सीएम की दौड़ में अन्य नामों पर भी चर्चा हो रही थी, जिनमें दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय, कैलाश गहलोत, और सौरभ भारद्वाज शामिल थे। हालांकि, इन नामों की चर्चा अब समाप्त हो गई है।
आतिशी का राजनीतिक करियर
आतिशी ने आम आदमी पार्टी की स्थापना के समय से ही पार्टी में काम किया है। पार्टी का कहना है कि आतिशी ने पार्टी के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के घोषणापत्र मसौदा समिति की अध्यक्षता की थी और इससे पहले पार्टी में राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने में भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
साल 2019 में आतिशी को लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी का टिकट मिला, लेकिन वह बीजेपी के गौतम गंभीर से हार गईं। इसके बाद, उन्होंने 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी सीट से जीत हासिल की और विधायक बनीं। इसके बाद से पार्टी में उनका कद तेजी से बढ़ा, और अब दिल्ली मुख्यमंत्री की कुर्सी उनके हाथ में आने वाली है।