नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। इसलिए, शपथ ग्रहण की तैयारियाँ तेज हो गई हैं। राजधानी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
नरेंद्र मोदी शपथ समारोह: नरेंद्र मोदी इस रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन में होगा, जिसकी तैयारियाँ दिल्ली पुलिस कर रही है। राष्ट्रपति भवन और उसके आस-पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिस के अधिकारियों की मानें तो इस दौरान कई लेयरों की सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियों को तैनात किया जाएगा, इसके अलावा NSG कमांडो, ड्रोन, और स्नाइपर भी ऊंची इमारतों पर तैनात रहेंगे।
हाई अलर्ट पर राजधानी
शपथ ग्रहण समारोह में कई विदेशी मेहमान भी शिरकत करेंगे, और इसलिए पूरी राजधानी हाई अलर्ट पर होगी। खुफिया एजेंसियों के कंधों पर विदेशी मेहमानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी रहेगी। हर हेड ऑफ स्टेट के हिसाब से प्रोटोकॉल का मुताबिक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा, विदेशी मेहमानों जिन होटल में रुकेंगे, उन होटल की भी सुरक्षा में विशेष ध्यान दिया गया है।
बनाए गए कंट्रोल एरिया
नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे, और इस कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति भवन में व्यापक तैयारियाँ की जा रही हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन के आस-पास के इलाके को कंट्रोल एरिया घोषित किया गया है। संसद मार्ग, रफी मार्ग, रायसीना रोड, राजेंद्र प्रसाद रोड, मदर टेरेसा क्रीसेंट, और सरदार पटेल मार्ग क्षेत्रों में केवल विशेष गाड़ियों को प्रवेश दिया जाएगा। इस कार्यक्रम की निगरानी के लिए 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे तैनात किए गए हैं और पूरे नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लागू किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने शपथ ग्रहण के दौरान 9 और 10 जून के लिए कई प्रतिबंध लगाए हैं। दिल्ली को नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है और इस दौरान पूरी दिल्ली में पैराग्लाइडिंग, पैरा मोटर्स, हैंग ग्लाइडिंग, यूएवी, यूएएस, माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, और रिमोट संचालित एयरक्राफ्ट जैसी हवाई प्लेटफार्मों की उड़ान पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही, दिल्ली पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है और राष्ट्रपति भवन और उसके आसपास के इलाके में चेकिंग अभियान का आयोजन किया जा रहा है, जहां हर वाहन की जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस द्वारा अलग-अलग स्थानों पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं, ताकि निगरानी और आपात स्थितियों के लिए तत्परता बनी रह सके।