पूर्व बीआरएस विधायक पट्टनम नरेंद्र रेड्डी ने पुलिस को दिए गए बयान में दावा किया है कि विकाराबाद कलेक्टर पर हमले के लिए बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (केटीआर) के निर्देश थे।
तेलंगाना जांच: पूर्व बीआरएस विधायक पट्टनम नरेंद्र रेड्डी, जिन्हें बुधवार (13 नवंबर) को गिरफ्तार किया गया था, ने पुलिस को दिए गए बयान में विकाराबाद कलेक्टर प्रतीक जैन पर हमले के लिए बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (केटीआर) के निर्देश होने का दावा किया है। यह बयान सामने आने के बाद तेलंगाना के राजनीतिक हलकों में सनसनी फैल गई है, और केटीआर की गिरफ्तारी को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, नरेंद्र रेड्डी ने बयान में यह स्वीकार किया कि केटीआर और अन्य वरिष्ठ बीआरएस नेताओं ने उन्हें राज्य सरकार को अस्थिर करने और उसकी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए कलेक्टर पर हमले के निर्देश दिए थे। रिमांड प्रक्रिया के दौरान अदालत में प्रस्तुत रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया कि नरेंद्र रेड्डी ने कहा, “पूछताछ के दौरान उन्होंने (नरेंद्र) इस अपराध को एक आपराधिक षड्यंत्र के तहत अंजाम देने की बात मानी, ताकि राज्य सरकार को अस्थिर किया जा सके और तेलंगाना प्रशासन की छवि को धूमिल किया जा सके।”
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि पूर्व बीआरएस विधायक पट्टनम नरेंद्र रेड्डी और बीआरएस युवा नेता बोगामोनी सुरेश के बीच पिछले 70 दिनों में 84 बार बातचीत हुई थी। इस बातचीत में कथित रूप से हिंसा भड़काने और भूमि अधिग्रहण के विरोध को तेज करने के प्रयास किए गए। इस गंभीर आरोप के बाद नरेंद्र और 46 अन्य लोगों पर साजिश और हत्या के प्रयास के आरोप लगाए गए हैं।
विकाराबाद कलेक्टर प्रतीक जैन पर हमले के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के भाई तिरुपति रेड्डी ने कलेक्टर से मुलाकात की और इस हमले की निंदा की। तिरुपति रेड्डी ने बीआरएस नेताओं केटी रामाराव (केटीआर) और हरीश राव पर मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के निर्वाचन क्षेत्र कोडंगल के विकास को बाधित करने और मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
तिरुपति रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि बीआरएस सरकार ने मल्लनासागर परियोजना के तहत किसानों के खिलाफ रातोंरात हमला किया और भूमि अधिग्रहण किया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार ने भूमि अधिग्रहण के दौरान किसानों की राय को प्राथमिकता दी थी, जबकि बीआरएस सरकार ने किसानों को परेशान कर के उनका भूमि अधिग्रहण किया।
KTR ने कांग्रेस सरकार पर लगाया रियल एस्टेट हड़पने का आरोप
तेलंगाना भवन में बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (केटीआर) ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। केटीआर ने कांग्रेस सरकार पर फार्मा विलेज चौथे शहर और कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना के नाम पर रियल एस्टेट हड़पने का आरोप लगाया। उनका दावा था कि सरकार ने विकाराबाद के लचगर्ला गांव में प्रस्तावित फार्मा विलेज परियोजना पर हाई कोर्ट को गुमराह किया और भूमि अधिग्रहण के लिए उसके पास कोई कानूनी अधिकार नहीं है।
केटीआर ने मांग की कि फार्मा विलेज परियोजना पर तुरंत रोक लगाई जाए, क्योंकि यह स्थानीय लोगों की भूमि अधिकारों का उल्लंघन कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बीआरएस के सदस्यों ने विकाराबाद में हाल की हिंसा को नहीं भड़काया, बल्कि स्थानीय लोग भूमि अधिग्रहण के खिलाफ विरोध कर रहे थे।
इसके अलावा, केटीआर ने पूर्व विधायक नरेंद्र रेड्डी की गिरफ्तारी की भी आलोचना करते हुए इसे “किडनैपिंग” करार दिया। उनका आरोप था कि पुलिस ने नाइंसाफी करते हुए नरेंद्र रेड्डी को गिरफ्तार किया, जो कि राजनीतिक साजिश का हिस्सा हो सकता है।