नीना गुप्ता ने अपने करियर के स्ट्रगलिंग दिनों की यादें ताजगी से याद की हैं। उन्होंने बताया कि हीरोइन बनने के लिए उन्हें कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ा था।
नीना गुप्ता ने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया: बॉलीवुड एक्ट्रेस नीना गुप्ता आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्होंने अपने दमदार अभिनय से लोगों के दिलों पर राज किया है और अपने करियर में कई यादगार फिल्में दी हैं। इन दिनों, वे अपनी आगामी फिल्म “मस्त” के लिए बनी हुई हैं और इसके बारे में चर्चा में हैं।
हीरोइन बनने के लिए नीना गुप्ता ने लगाई झाड़ू
फिल्म के प्रमोशन के दौरान, एक्ट्रेस ने अपने करियर के स्ट्रगलिंग दिनों को याद किया है। उन्होंने बताया कि हीरोइन बनने के लिए उन्हें किन-किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “साल 1981 में मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ मुंबई आई थीं। तब मेरे अंदर इतनी हिम्मत नहीं थी कि मैं अकेले मुंबई आ सकूं।”
फिर भी बॉयफ्रेंड मारता था ताने
एक्ट्रेस ने आगे बताया कि उस समय वह फ्री का खाना खाने के लिए पत्वी कैफे में भरता बनाती थी। उसने कहा, “मैंने NSD में भी झाड़ू-पोछा से लेकर हर काम किया है। मुझे किसी भी तरह के काम से कभी कोई शर्म नहीं आई। लेकिन मुझे लोगों से पैसे मांगने में शर्म आती है।” उसने जारी रखा, “तब मेरा बॉयफ्रेंड मुझे खूब ताने मारता था। वह अक्सर मुझसे कहता था कि शर्म कर… क्या तुम यहां नौकरानी बनने आई है। बावजूद इसके, वह अपने सिगरेट के पैसे मुझसे ही मांगता था।”
नीना गुप्ता ने फेमिनिज्म को बताया था फालतू
नीना गुप्ता किसी भी मुद्दे पर खुलकर बातें करती हैं, हाल ही में बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री ने फेमिनिज्म पर अपनी राय रखी थी। नीना गुप्ता का मानना है कि पुरुष और महिला कभी एक समान नहीं हो सकते हैं, और इसलिए इस मुद्दे को फालतू बताया गया था। इस बयान के परिणामस्वरूप एक विवाद उत्पन्न हुआ था, जिसमें लोगों ने उन्हें ट्रोल किया, और कंगना रनौत ने उनका समर्थन किया।