पिछले दिनों, सीएम योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा के दौरे पर आते समय एक प्रस्ताव के सामने किया गया था। इसे जल्दी ही माना जा रहा है कि इसे अनुमति मिल सकती है।
नोएडा रैपिड रेल: गाजियाबाद-मेरठ रूट के बाद, अब दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और नोएडा के जेवर स्थित हवाई अड्डे को भी रैपिड रेल, यानी नमो भारत ट्रेन से जोड़ने की तैयारी शुरू हो गई है। इस रूट को लेकर प्रस्ताव सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने रखा गया था, और इसके अनुमानित लॉन्च की तारीख 14 दिसंबर हो सकती है। इस रूट को लेकर बैठक का आयोजन लखनऊ में हो सकता है, और यदि सब कुछ ठीक रहता है, तो शासन से इसे जल्दी ही मंजूरी मिल सकती है। इस रूट का समापन सराय काले खां के पास से परी चौक तक होगा, और यह नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर पूरी तरह से एलिवेटेड रूट होगा। इस रूट का अंतिम अंश, गाजियाबाद वाया ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए जेवर हवाई अड्डे तक होगा, और इसकी योजना पहले ही तय कर ली गई है।
12 स्टेशन बनाने की योजना
इस योजना के अंतर्गत, 72.3 किलोमीटर का रैपिड रेल गलियारा तैयार किया जाएगा, जिसमें 12 स्टेशनों की योजना बनाई गई है। संभावना है कि इस रूट पर पहले चरण में 2031 तक रैपिड रेल कार्य हो जाएगा और इसके लिए करीब 16 हजार करोड़ रुपये का खर्च होगा। इसका महत्व इसलिए बढ़ता है क्योंकि जेवर में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है। आशा है कि इस एयरपोर्ट का पहले चरण का काम 2024 तक पूरा हो जाएगा और इसे अक्टूबर 2024 में यात्रियों के लिए खोला जाएगा।
इस रूट पर गाजियाबाद, गाजियाबाद साउथ, ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-4, सेक्टर-2, नालेज पार्क-5, सूरजपुर, परी चौक, ईकोटेक-6, दनकौर, यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-18, सेक्टर-20, 21, और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्टेशन होंगे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक गाजियाबाद से रैपिड रेल कनेक्टिविटी के बाद, इसे आईजीआई एयरपोर्ट से भी जोड़ा जाएगा। इसमें इस रूट का इकाईजीआईआई एयरपोर्ट के साथ सराय काले खां के माध्यम से जुड़ाव होगा। इसके शुरू होने पर, आईजीआई से नोएडा एयरपोर्ट तक का समय करीब 80 मिनट, सराय काले खां से नोएडा एयरपोर्ट तक 70 मिनट, गाजियाबाद से नोएडा एयरपोर्ट तक 50 मिनट, और मेरठ से नोएडा एयरपोर्ट तक 85 मिनट का समय लगेगा।