0 0
0 0
Breaking News

पहलवानों को सरकार ने बातचीत के लिए बुलाया है… 

0 0
Read Time:7 Minute, 22 Second

“पहलवानों के आंदोलन के बारे में आपकी जानकारी के आधार पर, बृजभूषण के खिलाफ कई उतार-चढ़ाव हुए हैं, लेकिन इसका कार्यान्वयन अब तक जारी है। इस बीच, सरकार ने फिर से बातचीत के लिए न्योता भेजा है।”

पहलवानों विरोध करना आज: "पहलवानों के आंदोलन के बारे में आपकी जानकारी के आधार पर, भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का आंदोलन जारी है। उन्हें यौन शोषण का आरोप लगाया गया है और महिला पहलवानों ने उनके खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं दिल्ली पुलिस में। पहलवानों द्वारा बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है, लेकिन धरने के बाद एक महीने से अधिक समय बिताने के बावजूद यह अभी तक संभव नहीं हुआ है। इस दौरान, मंगलवार (6 जून) को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को एक बार फिर बातचीत के लिए खुले आमंत्रण दिया है। उन्होंने एक ट्वीट करके लिखा है कि सरकार पहलवानों के साथ बातचीत के लिए तैयार है। आइए, देखते हैं कि पहलवानों के आंदोलन में अब तक क्या-क्या हुआ है।"

आंदोलन में अब तक की 10 बड़ी बातें

1. “मंगलवार (6 जून) को, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने दिखाया है कि सरकार पहलवानों के साथ चर्चा करने को तत्पर है। उन्होंने फिर से पहलवानों को बातचीत के लिए बुलाया है।

2. 3 जून को, गृह मंत्री अमित शाह और पहलवानों के बीच एक मुलाकात हुई, जो सरकारी तरफ से डेडलॉक खोलने की कोशिश का हिस्सा थी। हालांकि, इसमें कोई निर्णय नहीं लिया गया था।

3. इस मुलाकात के दो दिन बाद, 5 जून को साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने अपनी रेलवे नौकरी से जुड़े कुछ काम के लिए ऑफिस जाने का निर्णय लिया। उनके बारे में दावा किया जा रहा था कि वे अपने प्रदर्शन को सुनिश्चित रूप से बंद कर चुके हैं। हालांकि, दोनों ने स्पष्ट किया था कि वे अपनी लड़ाई को छोड़ने का फैसला नहीं किया है।”

4. पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने उन अफवाहों को खंडन किया है जो उनके खिलाफ प्रसारित की जा रही थीं। वे बताया कि वे अपने शेष काम के लिए रेलवे के ऑफिस गए थे और अपने प्रदर्शन को जारी रखने का एहसान रखेंगे। अगर इसके लिए उन्हें अपनी नौकरी भी छोड़नी पड़े, तो वे उसे छोड़ देंगे।

5. यह आंदोलन रेसलरों के दूसरे चरण के रूप में 21 अप्रैल को शुरू हुआ, जब उन्होंने बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली पुलिस के सामने एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की। उनकी एफआईआर दर्ज कराने की अनुरोध पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके दो दिन बाद, 23 अप्रैल को पहलवानों ने जंतर मंतर पर धरना प्रारंभ कर दिया।

6. धरने के बाद, पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट के द्वार खटखटाकर और दिल्ली पुलिस को निर्देश देने की मांग की, ताकि उनकी एफआईआर दर्ज हो सके। सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद, दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयारी की घोषणा की। 28 अप्रैल को कनॉट प्लेस थाने में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हुईं, जिसमें से एक एफआईआर एक नाबालिग पहलवान की शिकायत पर आधारित थी, जिसके आधार पर उनके खिलाफ पॉक्सो एक्ट लागू किया गया था।

7. 3-4 मई की रात्रि के बीच, जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच एक झड़प हुई। पहलवानों ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि उन्होंने बारिश के कारण कुछ फोल्डिंग बेड्स मांगवाए थे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इन्हें नहीं प्रदान किया। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने उनके साथ बल प्रयोग किया।

8. 28 मई को, जब संसद के नए भवन का उद्घाटन हो रहा था, उसी दिन पहलवानों ने संसद के सामने महिला सम्मान महापंचायत की घोषणा की। पहलवानों ने दिन में साढ़े 11 बजे के आसपास संसद की ओर मार्च शुरू किया, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को हिरासत में लिया गया, लेकिन बाद में सभी को छोड़ दिया गया। 28 मई को ही दिल्ली पुलिस ने जंतर मंतर से पहलवानों का प्रदर्शन हटा दिया, उनके सामग्री को वहां से हटाकर दूसरी जगह पर भेज दिया गया। दिल्ली पुलिस ने यह घोषित किया कि अब पहलवानों को जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं होगी।

9. 30 मई को पहलवानों ने घोषणा की कि वे अपने पदकों को गंगा में प्रवाहित करेंगे। उसी दिन शाम को पहलवान हरिद्वार के हर की पौड़ी में अपने पदकों के साथ पहुंचे। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत और अन्य खाप प्रतिनिधि वहां पहुंचे और पहलवानों को पदकों को गंगा में प्रवाहित करने से रोका। इसके बाद नरेश टिकैत ने सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया कि पहलवानों से बात करके मुद्दे का हल किया जाए।

10. 2 जून को बृजभूषण शरण सिंह ने अयोध्या में होने वाले “जन चेतना महारैली, 5 जून, अयोध्या चलो” कार्यक्रम को रद्द करने का ऐलान किया। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट के गंभीर निर्देशों का सम्मान करते हुए कार्यक्रम को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *