मध्यस्थता के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर भारत के साथ वार्ता करने की इच्छा जाहिर की है। इससे पहले भी उन्होंने इस तरह की प्रस्तावना की थी।
भारत पर शहबाज शरीफ: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर भारत के साथ बातचीत करने की पेशकश की है। वे कहते हैं कि दोनों देश तब तक ‘सामान्य पड़ोसी’ नहीं हो सकते जब तक कि गंभीर मुद्दों पर शांतिपूर्ण और सार्थक चर्चा नहीं होती। यह प्रस्तावना उनके एक भाषण के दौरान इस्लामाबाद में पाकिस्तान खनिज शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में की गई। पहले भी छह महीने पहले एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने भारत के साथ बातचीत करने की मंशा जाहिर की थी।
पाकिस्तानी पीएम बोले- हम बातचीत के लिए तैयार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंगलवार को अपने संबोधन में कहा कि युद्ध दोनों देशों के लिए कोई विकल्प नहीं है और युद्ध के परिणामों की स्थिति में ‘परमाणु विस्फोट’ के बारे में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि इस समय बातचीत की आवश्यकता है और वे अपने पड़ोसी भारत से बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए गंभीर मुद्दों पर गंभीर चर्चा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उनके मन में किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं है, उन्हें अपना खयाल रखना है और अपने राष्ट्र का निर्माण करना है।
भारत के साथ युद्ध का किया जिक्र
शहबाज शरीफ ने आगे कहा कि असामान्यताओं को दूर करने और गंभीर मुद्दों को समझने के माध्यम से हम सामान्य पड़ोसी बन सकते हैं। उन्होंने भारत के साथ तीन युद्धों के परिणाम के उपरोक्त विवेचना की और इसका जिक्र करते हुए कहा कि इन युद्धों के कारण गरीबी, बेरोजगारी और सामाजिक सेवाओं की कमी हो गई है।
इस संदर्भ में, शहबाज शरीफ का संदेश है कि दोनों देशों को सामान्य पड़ोसी बनने के लिए सहमति से चर्चा करने और असामान्यताओं का सामना करने की आवश्यकता है। वे युद्ध के परिणाम और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को उजागर करके युद्ध के समर्थन में चर्चा को नकारते हैं और बल्कि समाधान की दिशा में प्रयास कर रहे हैं।