प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस जा रहे हैं। इस अवसर पर उनकी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी होगी।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22-23 अक्टूबर को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस की यात्रा करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान भारतीय और चीनी नेताओं के बीच मुलाकात की संभावना भी जताई जा रही है। इसके अलावा, पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच द्विपक्षीय बातचीत भी होगी।
यह चार महीनों में दूसरी बार होगा जब मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। इस बीच, पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कीव में भी मुलाकात की थी। रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने एबीपी न्यूज के साथ एक विशेष बातचीत में कहा कि पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जिसका एजेंडा आर्थिक सहयोग और विभिन्न सुधारों पर केंद्रित होगा। पीएम मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय मुलाकात भी आयोजित की जाएगी।
किन-किन देशों से होगी द्विपक्षीय बातचीत?
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत का रुख हमेशा से यह रहा है कि हर समस्या का समाधान कूटनीति और संवाद से निकलता है, न कि युद्ध के मैदान से। भारत हमेशा शांति का समर्थक रहा है। जब उनसे पूछा गया कि क्या ईरान और चीन के साथ द्विपक्षीय मुलाकात होगी, तो बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि कई द्विपक्षीय बैठकों पर काम हो रहा है।
इसके अलावा, विनय कुमार ने बताया कि भारत चाहता है कि व्यापार राष्ट्रीय मुद्राओं में हो। भारत कजान में एक नया वाणिज्य दूतावास भी खोलेगा, जो एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और सांस्कृतिक शहर है। रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन की यह मुलाकात अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इस बीच, ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच संभावित मुलाकात की अटकलें भी राजनयिक हलकों में तेज हो गई हैं। इससे पहले वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैन्य गतिरोध को हल करने के लिए कई राजनयिक वार्ताएं हुईं और एक समझौता भी हुआ है। यह गतिरोध 2020 से जारी है, जिसके कारण भारत-चीन संबंध पिछले छह दशकों में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।