आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी की रायबरेली सीट को बरकरार रखने और वायनाड से प्रियंका गांधी को उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाए जाने पर, उनके (प्रियंका गांधी) कद को कम करने का प्रयास किया गया है।
प्रियंका गांधी पर आचार्य प्रमोद कृष्णम: राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में केरल की वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली से सांसद चुने हैं। राहुल गांधी रायबरेली से सांसद बने रहेंगे और केरल की वायनाड सीट खाली कर देंगे। इस सीट से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनावी पारी का आगाज करते हुए उपचुनाव लड़ेंगी। कांग्रेस के इस फैसले पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सवाल उठाए हैं।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “प्रियंका गांधी कांग्रेस में सबसे ज्यादा लोकप्रिय चेहरा हैं। उपचुनाव में टिकट देकर उनके कद को छोटा करने की कोशिश की गई है। प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने वायनाड से लड़वाकर एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि उन्हें हिंदुओं पर भरोसा नहीं है।” वहीं, दूसरी ओर बीजेपी ने भी कांग्रेस के फैसले पर निशाना साधा।
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनवाला ने आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने और उनकी बहन के वहां से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद आज यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि परिवार की एक कंपनी है।’’
शहजाद पूनवाला ने दावा किया कि राहुल गांधी ने रायबरेली सीट इसलिए नहीं छोड़ने का फैसला किया क्योंकि उन्हें पता है कि अगर वह ऐसा करते हैं तो उपचुनाव में यह सीट बीजेपी की झोली में चली जाएगी। इस डर में कांग्रेस ने ये फैसला लिया है।
प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
प्रियंका गांधी ने वायनाड के लोगों को राहुल गांधी की कमी महसूस नहीं होने देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, ” मैं वायनाड को राहुल गांधी की कमी महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी, वायनाड में सभी को खुश करने की पूरी कोशिश करूंगी, एक अच्छी प्रतिनिधि बनूंगी।”