सिंगापुर दूतावास के एक अधिकारी एचसी वोंग (HC Wong) ने संदिग्ध कार एंबेसी की नहीं है. हमने विदेश मंत्रालय और पुलिस को इस बारे में सतर्क कर दिया है।
दिल्ली समाचार: करीब एक महीने पहले, दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सिंगापुर एंबेसी नंबर की संदिग्ध कार को पुलिस ने बरामद किया था। इस मामले के बाद, सिंगापुर एंबेसी ने एक अलर्ट जारी करते हुए कहा कि यह कार नकली है और इसका 63 सीडी प्लेट नंबर भी मिथ्या है। इससे पहले कार का दावा किया गया था कि यह सिंगापुर दूतावास की कार है, लेकिन इस बारे में गलत सूचना मिलने के बाद विदेश मंत्रालय और पुलिस को सतर्क कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले का सुलझावा करते हुए बताया है कि सिंगापुर नंबर वाली संदिग्ध कार को बरामद कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस कार को साउथ अफ्रीकी मूल की एक महिला ने साल 2018 में खरीदा था और उसने इसे अपने एक मित्र को दे दिया था, जिसने फिर इसे एक कंपनी को बेच दिया। सिंगापुर एंबेसी नंबर की कार को उसी कंपनी ने इस्तेमाल किया था। वर्तमान में, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आगे की कदम बढ़ाएगी।
पुलिस ने इन धाराओं में किया था केस दर्ज
दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक अलग से एफआईआर दर्ज किया था। इस दरबार, दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 482 (जो कोई भी गलत संपत्ति चिह्न का उपयोग करता है) और 170 (एक लोक सेवक का प्रतिनिधित्व करना) के तहत मामला दर्ज किया था। ताजगी के अनुसार, कार चालक एक गुड़गांव स्थित कुत्ते की देखभाल कंपनी में काम करता है और उसने अपने नियोक्ता का विवरण साझा किया है। पुलिस ने उससे संपर्क करके जांच शुरू की है और उसने बताया है कि उसके दोस्त ने दक्षिण अफ्रीका में कार खरीदी थी और उसी ने इसकी देखभाल के लिए उसे नौकरी दी थी।
सिंगापुर एंबेसी ने क्या कहा था
इस मामले में, सिंगापुर एंबेसी के अधिकारी एचसी वोंग ने पोस्ट एक्स पर इस कार के बारे में स्पष्ट रूप से बताया है कि 63 सीडी प्लेट वाली नीचे वाली कार नकली है और यह उनकी दूतावास की कार नहीं है। उन्होंने विदेश मंत्रालय और पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया है और लोगों से सावधान रहने की सलाह दी है, खासकर आईजीआई एयरपोर्ट पर। वह भी आपको यहां रोकने और पार्क करने से पहले अच्छी तरह से सतर्क रहने की सुझाव दे रहे हैं।