पांच साल पहले होली के ही दिन एक दंपति की बाथटब में डूबकर मौत हो गई थी। दोनों ही मामलों में नहाने के बाद उनकी मौत हो गई। 2018 में भी इंदिरापुरम में इसी तरह एक दंपति की मौत हुई थी। कारण दोनों ही मामलों में एक ही है- दिन में पहले हुई बारिश से बाथरूम भीग गया था।
गाजियाबाद: पांच साल पहले होली के दिन एक दंपति की बाथरूम में मौत हो गई थी। उनके रिश्तेदार और पड़ोसी उन्हें खोजने के लिए बाथरूम में घुसे और उन्हें अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. 2018 में भी ऐसी ही एक घटना इंदिरापुरम में हुई थी। दोनों ही मामलों में वजह यह है कि होली खेलने के बाद कपल बाथरूम से बाहर नहीं आया।
दीपक और शिल्पा अपने दो बच्चों के साथ मुख्य मार्ग स्थित अग्रसेन मार्केट में रहते थे। होली खेलने के बाद पति-पत्नी बाथरूम में नहाने चले गए। कई घंटे बाद भी जब वे बाहर नहीं आए तो बच्चों ने शोर मचाया। परिजन भी वहां पहुंच गए। उन्होंने शोर मचाना शुरू किया, लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद घरवालों ने दरवाजा तोड़कर दोनों को बाहर निकाला। आनन-फानन में दोनों को गाजियाबाद के अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
बताया जा रहा है कि बाथरूम में गैस गीजर लगा है. दंपति देर तक होली खेलने के बाद शाम को नहाने के लिए बाथरूम में गए. आशंका व्यक्त की जा रही है कि शाम को मौसम ठंडा होने की वजह से गैस का गीजर चलाया होगा. बाथरूम में वेंटीलेशन की जगह नहीं है. रंग अधिक लगा होने की वजह से ज्यादा मात्रा में गर्म पानी की जरूरत पड़ी होगी, इसलिए लगतार गीजर चलता रहा होगा, जिससे अंदर आक्सीजन की कमी हो गयी और दम घुटने से मौत हो गयी.एसीपी निमिष पाटिल का कहना है कि मामले की छानबीन की जा रही है. प्रथम दृष्टया मामला गैस गीजर की वजह से बाथरूम में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से होना प्रतीत हो रही है.