बंगाल की खाड़ी से एक और चक्रवाती तूफान उठने की आशंका जताई गई है, जिसके चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी चक्रवात चेतावनी: बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवाती तूफान तेजी से विकसित हो रहा है, जिसके कारण पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। इस तूफान से निपटने के लिए दोनों राज्य पूरी तैयारी कर रहे हैं।
इस बीच, कैबिनेट सचिव डॉ. टी. वी. सोमनाथन ने चक्रवात के प्रभाव से निपटने के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) के सदस्यों और अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे 23 अक्टूबर को ओडिशा तट के पास चक्रवाती तूफान आ सकता है। IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि इस दौरान समुद्र में हलचल बढ़ेगी और हवाएं 100 से 120 किमी प्रति घंटा तक चल सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ओडिशा के तटीय इलाकों में 23 अक्टूबर से बारिश शुरू हो सकती है, जबकि 24 और 25 अक्टूबर को भारी बारिश होने की संभावना है।
सुरक्षा के लिए उठाए बड़े कदम
राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक में ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिवों ने चक्रवाती तूफान के संभावित मार्ग में आने वाली आबादी की सुरक्षा के लिए उठाए गए प्रारंभिक उपायों की जानकारी दी। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है, और जो लोग पहले से समुद्र में हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लौटने के लिए कहा गया है।
बैठक में यह भी बताया गया कि दोनों राज्यों के कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं, जो स्थिति पर नजर रख रहे हैं। इसके अलावा, आश्रय स्थलों, बिजली आपूर्ति, दवाओं, और आपातकालीन सेवाओं को तैयार रखा गया है। असुरक्षित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की निकासी के लिए भी आवश्यक पहचान की गई है।
एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) ने पश्चिम बंगाल में 14 टीमों और ओडिशा में 11 टीमों की तैनाती की है। सेना, नौसेना, और तटरक्षक बल की बचाव और राहत टीमों को भी तैयार रखा गया है। विद्युत मंत्रालय और दूरसंचार विभाग ने सेवाओं की तत्काल बहाली के लिए आपातकालीन टीमों को तैनात किया है, और स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने भी समीक्षा बैठक
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने चक्रवात ‘दाना’ से निपटने के लिए राज्य की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई जनहानि न हो। घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है; सरकार स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान के बाद 100% निकासी की जाएगी। एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ, और अग्निशमन सेवा की टीमों को तैयार रखा गया है, और सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है।”
उन्होंने आगे कहा, “चक्रवात आश्रयों को सभी बुनियादी आवश्यकताओं और सामान से लैस किया जाएगा। बिजली, पानी की आपूर्ति, और टेलीफोन तथा सड़क संचार की जल्द बहाली पर भी चर्चा की गई है। अस्पतालों में निर्बाध बिजली सुनिश्चित की जाएगी। संबंधित विभाग पहले से ही आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी या अधिक कीमत वसूलने की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।”