भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों को लेकर पहलवानों ने लगातार सख्त रवैया दिखाया है।
पहलवानों का विरोध प्रदर्शन आज : पहलवानों ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर निरंतर गंभीरता से अपनी बात रखी है. अब बजरंग पूनिया ने भी बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई में हो रही देरी पर सवाल उठाया है. एएनआई के मुताबिक, पूनिया ने इस्तीफे के बहुत सबूत पेश किए हैं. अब उन्हें यह पूछा जा रहा है कि अब आगे क्या करना चाहिए.
पहलवान बजरंग पूनिया कुरुक्षेत्र में किसानों का समर्थन देने पहुंचे हैं। हरियाणा में किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पहलवान बजरंग पूनिया ने मंच से किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने सरकार से अपील की है कि किसानों को फसलों का न्यूनतम मूल्य जरूर मिलना चाहिए।
टेनी के खिलाफ एक्शन क्यों नहीं- पूनिया
बजरंग पूनिया ने बृजभूषण सिंह के साथ ही लखीमपुर खीरी में हुए किसानों के मौत के मुद्दे को भी उठाया और सवाल उठाया कि अब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने कहा कि हम लोग अभी भी बृजभूषण के खिलाफ लड़ रहे हैं।
पूनिया ने यह भी कहा कि हम जितने भी पहलवान हैं, हम सब आपके साथ हैं। हम भी किसान के बेटे हैं और हम आपके दर्द को समझते हैं। इसलिए हम यहां आपका समर्थन करने आए हैं।
पहलवानों पर अगली घोषणा हरिद्वार में- राकेश टिकैत
महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल हुए। उन्होंने बताया कि पहलवानों ने 15 जून तक का समय दिया है और निर्णय को खेल कमेटी को छोड़ने की मांग की है। सरकार द्वारा किए गए कार्यों को रोकने की पूरी कोशिश हो रही है। टिकैत ने यह भी कहा कि पहलवान जो निर्णय लेंगे, उनका समर्थन किया जाएगा। उन्होंने अगली घोषणा हरिद्वार में पहलवानों के संबंध में करने की घोषणा की। टिकैत ने लाठीचार्ज करने के खिलाफ किसानों की निंदा की और एक देशव्यापी आंदोलन की बात कही।