निशांत वैध जो फरीदाबाद में निवास करते हैं, उनका पेशेवर कोयले का व्यापार है, जो कई प्रदेशों में चलाते हैं। काम के दौरान दिल्ली जाने पर उन्होंने बदरपुर टोल प्लाजा के कर्मियों की तरफ से मारपीट का सामना किया।
दिल्ली: दिल्ली-मथुरा हाईवे के बदरपुर टोल प्लाजा पर हुए एक घटनाक्रम में टोल कर्मियों ने एक पीड़ित कारोबारी को उसकी कार से खींचकर पीटा, उसे टोल प्लाजा के कंट्रोल रूम में बंधक बनाया, और उसके साथ हुई पिटाई के कारण कारोबारी को चोटें आईं। पीड़ित कारोबारी ने सराय ख्वाजा थाने में घटना की रिपोर्ट की है, जिस पर पुलिस ने छानबीन शुरू की है।
सूचना के अनुसार, पीड़ित व्यक्ति निशांत वैध फरीदाबाद के सेक्टर-9 में रहते हैं और उनका कोयले का व्यापार है जो कई प्रदेशों में कार्यरत है। वह दिल्ली जाने के दौरान टोल प्लाजा पर पहुंचे थे जहां उन्हें कार की लाइन में लंबा समय इंतजार करना पड़ा। उन्होंने दूसरी लाइन में जाने का फैसला किया, लेकिन वहां भी भरी भीड़ थी। जब उन्होंने महिला टोल कर्मी से इसका कारण पूछा, तो उससे तक्रारी शुरू हो गई और बदतमीजी की गई।
जान से मारने की भी दी धमकी
उसके बाद निशांत वैध ने बूम बैरियर को हटाने का प्रयास किया, लेकिन महिला टोल कर्मी ने सबसे पहले पानी की बोतल फेंककर मारा, फिर एक ग्लास उनकी ओर फेंका। इस दौरान और भी 10-15 टोल कर्मी पहुंचे, जिन्होंने मिलकर कारोबारी को उसकी कार से बाहर निकालकर पिटाई की और उसे टोल प्लाजा के कंट्रोल रूम में ले जाकर उसपर और बढ़ते हुए पिटाई की, साथ ही उसे जान से मारने की भी धमकी दी।
पुलिस ने पीड़ित को छुड़ाया
पिटाई के बाद, टोल कर्मी ने उन्हें कंट्रोल रूम में बंदकर छोड़ दिया। इसके बाद, पीड़ित कारोबारी ने अपने मोबाइल से सराय ख्वाजा थाने के एसीपी और प्रभारी को मामले की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगाई। 10 मिनट के भीतर ही पुलिस टीम वहां पहुंची और कारोबारी को टोल कर्मियों के कैद से मुक्त किया और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
टोल मैनेजर ने घटना पर बात करने से किया इनकार
जब टोल के मैनेजर संजीव कुमार से घटना पर बातचीत करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने किसी मीटिंग में होने की बात करके बातचीत की इनकार कर दिया। सराय ख्वाजा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अर्जुन ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों की पहचान के लिए टोल प्लाजा में स्थित सीसीटीवी फुटेज का जाँच किया जा रहा है, और जांच में प्राप्त होने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।