बदलापुर एनकाउंटर के संबंध में जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से सवाल किया गया, तो उन्होंने इंटरव्यू में हैरान करने वाला जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने यह कार्रवाई आत्मरक्षा में की थी और गोली चलाई।
बदलापुर मुठभेड़: महाराष्ट्र के बदलापुर एनकाउंटर को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में दिए गए इंटरव्यू में कुछ चौंकाने वाले बयान दिए। उन्होंने कहा कि आरोपी व्यक्ति की स्थिति ठीक नहीं थी, क्योंकि वह अपनी पत्नी पर अत्याचार करता था। शिंदे ने स्पष्ट किया कि ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए, और पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिससे आरोपी की मौत हो गई।
इंडिया टुडे को दिए गए इंटरव्यू में शिंदे ने बताया कि जिस चार साल की बच्ची के साथ अत्याचार हुआ, उसके माता-पिता की स्थिति के बारे में पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरोपी के चार पत्नियाँ थीं, और उनमें से एक ने एफआईआर दर्ज करवाई, जिसमें उसने अपने पति को ‘हैवान’ करार दिया।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अगर पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया होता और वह पुलिस पर गोली चलाता, जिससे एक पुलिसकर्मी घायल हो जाता, तो विपक्ष पुलिस पर आरोप लगाता कि उसने आरोपी को भागने दिया। शिंदे ने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने बदलापुर में नौ घंटे रेल रोकी थी और कह रहे थे कि आरोपी को फांसी दी जानी चाहिए। अब जब एनकाउंटर हुआ है, तो विपक्ष इसे दुर्भाग्यपूर्ण बता रहा है।
दो तरफा बातें करता है विपक्ष
एकनाथ शिंदे ने विपक्ष की दोगली नीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे दोहरी राह पर चल रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि माताओं और बहनों की सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करना चाहिए। शिंदे ने स्पष्ट किया कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन विपक्ष एक ओर फांसी की मांग करता है और दूसरी ओर विरोध में उतर आता है। उन्होंने कहा कि उन्हें विपक्ष को जवाब देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि जनता इस पर फैसला करेगी।
जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि अन्य आरोपी फरार हैं जबकि मुख्य आरोपी का एनकाउंटर हो गया, तो उन्होंने कहा कि तीनों आरोपी भाग नहीं सकेंगे, क्योंकि कानून के हाथ लंबे हैं। उन्हें पकड़ने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जिम्मेदारी सरकार और पुलिस की है। शिंदे ने यह भी उल्लेख किया कि जब पुलिस उद्योगपतियों के घरों के नीचे बम रखती है और दिनदहाड़े वसूली करती है, तब यह एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यह स्थिति सही है या एनकाउंटर अधिक उचित है।