उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में बहती हुई गंगा नदी के बाढ़ के कारण जलस्तर खतरे के स्तर पर पहुँच गया है, जिससे निचले क्षेत्रों में पानी भर गया है।
बलिया बाढ़ समाचार: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में, गंगा नदी अपने उफान पर बह रही है। पिछले पांच दिनों से नदी के जलस्तर में वृद्धि की जा रही थी। आज गाय घाट, बलिया में गंगा नदी ने खतरे के संकेत को पार कर दिया है और एनएच 31 को छूने की संभावना है। इसके कारण जिला प्रशासन अलर्ट पर है और नदी की स्थिति की निगरानी कर रहा है, ताकि किसी भी खतरे का समावेश ना हो सके।
फ्लड कंट्रोल रूम की द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, आज की सुबह नदी का जलस्तर घट रहा है और उफान पर बह रही नदी खतरे के निशान के नीचे पहुंची है। फ्लड कंट्रोल रूम के आँकड़ों के अनुसार, गाय घाट पर 57.615 मीटर खतरे का बिंदु मानक है और आज गंगा नदी का जलस्तर 57.85 मीटर पर पहुँच चुका है, जिससे खतरे के संकेत को पार कर गया है।
बाढ़ से निपटने की तैयारी
सदर उपजिलाधिकारी अखिलेश कुमार यादव ने बताया कि बलिया में जिला प्रशासन ने बाढ़ से निपटने के उद्देश्य से शेल्टर बनाने के साथ-साथ 77 बड़ी नावों की व्यवस्था की है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारी निरंतर नदी के हालात की निगरानी कर रहे हैं ताकि बाढ़ के प्रति तैयार रह सकें। साथ ही, गंगा नदी के साथ ही सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर ने निचले क्षेत्रों में रहने वालों की परेशानियों को बढ़ा दिया है।
बाढ़ का हाई अलर्ट
वर्तमान में बलिया में बाढ़ के संकेत के साथ ही पहले ही हाई अलर्ट घोषित किया गया था। गंगा नदी के उपान पर बहने की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने चेतावनी जारी की थी और सभी लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी थी। साथ ही, फ्लड रिलीफ कैंप को भी सक्रिय कर दिया गया था। वर्तमान में, इन कैंपों में बाढ़ से प्रभावित इलाकों के लोगों के लिए व्यवस्थाएँ की गई हैं।