ओवैसी ने एनकाउंटर को गलत ठहराते हुए कहा, “एक विशेष समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है। ‘ठोक दो’ की नीति संविधान के खिलाफ है। अगर ऐसा होता रहा, तो कोई भी किसी को गोली मार सकता है।”
असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस मुठभेड़ की निंदा की: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बहराइच में दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा और उसके बाद के एनकाउंटर पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर “रूल ऑफ गन” की नीति अपनाने का आरोप लगाया और इसे संविधान के खिलाफ बताया। ओवैसी ने इसे ‘नेटफ्लिक्स फिल्म’ जैसा करार दिया, जहां कानून के बजाय बंदूक की भाषा का प्रयोग हो रहा है।
ओवैसी ने कहा, “योगी सरकार की नीति संविधान के खिलाफ है। योगी सरकार को रूल ऑफ लॉ के तहत सरकार चलानी चाहिए, न कि रूल ऑफ गन के जरिए। यह एनकाउंटर पूरी तरह से फ़िल्मी था, जैसे कोई नेटफ्लिक्स की फिल्म चल रही हो। हां, यह सच है कि गोपाल मिश्रा की हत्या हुई है, लेकिन कार्रवाई संविधान के अनुसार होनी चाहिए।”
‘ऐसे तो कोई भी किसी को भी मार देगा’
ओवैसी ने एनकाउंटर को गलत ठहराते हुए कहा, “एक समुदाय विशेष के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है। ‘ठोक दो’ की नीति संविधान के खिलाफ है। इस तरह तो कोई भी किसी को गोली मार देगा।”
बहराइच में 13 अक्टूबर 2024 को दुर्गा विसर्जन के दौरान तनाव के चलते राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मिश्रा की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी, जिसमें पत्थरबाजी और गोलीबारी हुई। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से दो का एनकाउंटर हो चुका है। इन आरोपियों को नेपाल भागने की कोशिश के दौरान पकड़ा गया था। पुलिस का कहना है कि उन्होंने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी, हालांकि एनकाउंटर के बाद पुलिस ने जख्मी हालत में आरोपियों को अस्पताल भी पहुंचाया।
राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद बहराइच में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। इस पूरे मामले में अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 11 अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।