बुधवार को लखनऊ में बीजेपी दफ्तर में हुई बैठक में सभी कार्यकर्ताओं को नमो एप डाउनलोड करने पर जोर दिया गया।
यूपी लोकसभा चुनाव 2024: लोकसभा चुनाव के आसपास, भारतीय जनता पार्टी ने अपनी तैयारियों को गतिशीलता के साथ शुरू कर दी है। बीजेपी, जो तीसरी बार सत्ता में आने का प्रयास कर रही है, ने बूथ स्तर से लेकर सरकारी योजनाओं तक सभी क्षेत्रों में फीडबैक प्राप्त करने का प्रयास किया है। सांसदों के पर्फ़ॉरमेंस पर भी ध्यान दिया जा रहा है, और इस बार नमो एप के माध्यम से प्रधानमंत्री का कार्यक्षेत्र की समीक्षा हो रहा है।
चुनाव के दौरान, बीजेपी ने नमो एप का उपयोग करके जनमन सर्वे का आयोजन किया है। इस सर्वे के माध्यम से, मोदी सरकार की उपलब्धियों पर जनता से प्रतिक्रिया ली जा रही है, और साथ ही, मतदाताओं के बीच सांसदों की प्रतिष्ठा की जानकारी भी संकलित की जा रही है। नमो एप का उद्देश्य है कि इन दोनों मुद्दों पर जनता की राय को जाना जाए।
सांसदों के कामकाज और छवि पर नजर
बीजेपी द्वारा आयोजित जनमत सर्वे की महत्वपूर्णता को देखते हुए, इसकी निगरानी को प्रधानमंत्री कार्यालय और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यालय सीधे संबोधित कर रहे हैं। यह माना जा रहा है कि इस सर्वे से आने वाले प्रतिसादों के आधार पर ही आगे की रणनीति तय की जाएगी। साथ ही, सांसदों के प्रत्याशी टिकट का निर्धारण भी इस बार के चुनावों में जनता के विचारों पर निर्भर करेगा।
बैठक में नमो एप डाउनलोड करने के निर्देश
बुधवार को लखनऊ में प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में, राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम ने स्पष्ट किया कि मोदी सरकार ने जनता के बीच योजनाओं की बेहतरीन वितरण के लिए संकल्पबद्ध है। इस पर, जनता की राय जानने के लिए जनमत सर्वे का आयोजन किया गया है, और इसका पूरा प्रबंधन प्रधानमंत्री कार्यालय और पार्टी अध्यक्ष के कार्यालय से सीधे किया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि इस जनमत सर्वे के माध्यम से सरकार की योजनाओं और सांसदों के कार्य का विस्तृत रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा, जिसके आधार पर चुनाव में टिकट वितरण पर निर्भर किया जाएगा। इसके अलावा, बैठक में सभी कार्यकर्ताओं को उनके स्मार्टफ़ोन पर नमो एप डाउनलोड करने के लिए भी समर्थन दिया गया है।