बेंगलुरु हत्या मामले के मुख्य आरोपी की आत्महत्या से कई बातें सामने आई हैं। महालक्ष्मी अपने साथी पर शादी के लिए दबाव डालती थी, और जब वह उसकी मांगें पूरी नहीं करता था, तो महालक्ष्मी रॉय के साथ मारपीट करती थी।
महालक्ष्मी हत्याकांड: बेंगलुरु में 29 साल की एक महिला की बेरहमी से हत्या कर उसके शव को टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखने की घटना ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी ने पिछले महीने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को आरोपी के पास से एक सुसाइड नोट मिला, जिससे कई राज सामने आए हैं।
‘अगर मैंने उसे नहीं मारा होता…’
पुलिस द्वारा बरामद सुसाइड नोट के मुताबिक, मुक्ति रंजन रॉय ने लिखा, “महालक्ष्मी मेरे शरीर के टुकड़े करना चाहती थी। अगर मैंने उसे नहीं मारा होता, तो वो मुझे जान से मार देती, इसलिए मैंने यह बड़ा कदम उठाया।” रॉय के नोट के अनुसार, महालक्ष्मी अपने साथी पर शादी का दबाव डालती थी, और जब वह उसकी मांगें पूरी नहीं करता था, तो वह रॉय के साथ मारपीट करती थी।
शव को टुकड़े कर फ्रिज में रखा
महालक्ष्मी को आखिरी बार 1 सितंबर को बेंगलुरु में देखा गया था, उसी दिन उनके टीम हेड और बॉयफ्रेंड मुक्ति रंजन रॉय भी आखिरी बार देखे गए थे। पुलिस ने बताया कि रॉय ने अपने सुसाइड नोट में 2 और 3 सितंबर की रात महालक्ष्मी का गला घोंटकर हत्या करने की बात स्वीकार की है और आगे लिखा है कि उसने अगली सुबह बाजार से एक धारदार हथियार खरीदा। इसके बाद, उसने वॉशरूम में महालक्ष्मी के शरीर के टुकड़े किए और उन टुकड़ों को फ्रिज में रख दिया।
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, महालक्ष्मी त्रिपुरा की रहने वाली थी और बेंगलुरु के एक मॉल में काम करती थी। जांच के दौरान यह सामने आया कि महालक्ष्मी पहले से शादीशुदा थी और उसका एक बच्चा भी था, लेकिन वह अपने पति से अलग रह रही थी। पुलिस ने कहा कि वे जल्द ही इस मामले में चार्जशीट दाखिल करेंगे, क्योंकि ओडिशा पुलिस से सुसाइड नोट और मुक्ति रंजन रॉय की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल चुकी है। हालांकि, जिस हथियार से रॉय ने महालक्ष्मी के शरीर के टुकड़े किए, उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है।