18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा। इस सत्र से पहले बीजेपी के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है।
कांग्रेस ने बोला बीजेपी पर हमला: केंद्र में सरकार के गठन के बाद भर्तृहरि महताब को गुरुवार को लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस पर कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है। कांग्रेस ने इस बार नाराजगी जाहिर करते हुए सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस ने कहा कि उनकी पार्टी के के. सुरेश और बीजेपी के वीरेंद्र कुमार 18वीं लोकसभा में सबसे अधिक 8 बार के सांसद हैं, जबकि वीरेंद्र कुमार मंत्री बन गए हैं। ऐसे में के. सुरेश को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया जाना चाहिए था, लेकिन बीजेपी ने 7 बार के सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर बनाकर परंपरा तोड़ दी है। इसके अलावा, कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी ने संसदीय मानदंडों को नष्ट करने की एक और कोशिश की है।
जयराम रमेश ने उठाए सवाल
भर्तृहरि महताब को गुरुवार को लोकसभा का अस्थायी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “प्रोटेम स्पीकर के रूप में के. सुरेश को नियुक्त किया जाना चाहिए था, क्योंकि वे आठ बार सांसद बनकर आए हैं। यह कांग्रेस के लिए गर्व की बात है कि दलित समुदाय का एक नेता आठ बार सांसद बनकर सदन में आया है। सरकार को बताना चाहिए कि किस वजह से के. सुरेश को नजरअंदाज किया गया है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह सरकार टकराव की राजनीति कर रही है। इस सरकार को जनादेश नहीं मिला है और इसकी मानसिकता बुलडोजर वाली हो गई है।”
कोडिकुनिल सुरेश सबसे वरिष्ठ सांसद हैं
कांग्रेस के कोडिकुनिल सुरेश 18वीं लोकसभा में सबसे वरिष्ठ सांसद हैं। उनके अलावा बीजेपी के वीरेंद्र कुमार भी हैं, लेकिन वे अब केंद्रीय मंत्री हैं। इसी वजह से उम्मीद की जा रही थी कि के. सुरेश प्रोटेम स्पीकर होंगे, लेकिन बीजेपी ने उनकी जगह 7 बार के सांसद भर्तृहरि महताब को नियुक्त किया है।