पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध अगस्त 2019 से तनावपूर्ण हैं, जब भारत ने जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति में परिवर्तन किया और आर्टिकल 370 और 35 ए को उनकी प्रभावशीलता से हटा दिया।
भारत-पाकिस्तान पर अमेरिका: एक अमेरिकी सरकारी अधिकारी ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद के समर्थन की पुष्टि की है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में बताया कि अमेरिका लंबे समय से भारत और पाकिस्तान के बीच चिंताजनक मुद्दों पर सीधे संवाद को समर्थन करता है। उन्होंने भी बताया कि भारत पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है, लेकिन इसके लिए आतंक मुक्त वातावरण को बनाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की है।
पाकिस्तान के PM का बयान
अमेरिकी सरकार के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने यह बयान दिया है कि उनका देश भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद के समर्थन करता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ सभी गंभीर और लंबित मुद्दों के समाधान के लिए बातचीत करने की पेशकश की थी। इस बयान के दो दिन बाद अमेरिकी अधिकारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वे लंबे समय से भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत का समर्थन कर रहे हैं।
हालांकि, हाल ही में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के साथ संबंधों पर बयान दिया था कि जब तक सीमा पार आतंकवाद की नीति खत्म नहीं की जाती तब तक भारत के लिए पड़ोसी देश के साथ सामान्य संबंध रखना संभव नहीं है। उन्होंने इसे पाकिस्तान के साथ चर्चा में शामिल होने का आधार नहीं बनने दे सकते बताया था।
जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटाने के 4 साल
अगस्त 2019 से पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। इस समय भारत ने जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को बदलकर आर्टिकल 370 और 35ए को निरस्त कर दिया। भारत ने इस मामले में हमेशा यह कहा है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा से ही देश का एक हिस्सा था है और रहेगा। वर्तमान में, साल 2023 में 5 अगस्त को जम्मू और कश्मीर से धारा-370 को हटाने के पूरे 4 साल हो जाएंगे।