मणिपुर के जिरीबाम जिले में उग्रवादियों के एक गांव पर हमले के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और स्थानीय पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
मणिपुर हिंसा: मणिपुर में जारी हिंसा के बीच जिरीबाम जिले में शनिवार (19 अक्टूबर) को उग्रवादियों ने एक गांव पर हमला कर दिया। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों ने अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल करते हुए सुबह करीब पांच बजे बोरोबेकरा पुलिस थाने के आसपास के गांवों को निशाना बनाया और बम फेंके।
इस हमले के जवाब में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और स्थानीय पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिससे दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई। अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा जा रहा है। फिलहाल, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन सुरक्षा बल बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। राज्य में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बोरोबेक्रा में हुए हैं कई हमले
जिरीबाम शहर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित बोरोबेकरा क्षेत्र, घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है, और पिछले साल मई में मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से यह क्षेत्र कई हमलों का गवाह बन चुका है। हाल की हिंसा तब हुई है जब कुछ दिन पहले नई दिल्ली में मैतेई और कुकी समुदायों के विधायकों के बीच चल रहे संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए बातचीत हुई थी।
इसके अलावा, 17 अक्टूबर को इंफाल पश्चिम जिले के कोत्रुक गांव में भी इसी तरह की हिंसा देखने को मिली थी। वहां, दो समूहों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें सशस्त्र हमलावरों ने कांगपोकपी जिले की पहाड़ियों से कोत्रुक गांव पर हमला किया। गांव के स्वयंसेवकों ने इस हमले का जवाब दिया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने और व्यवस्था बहाल करने के लिए सुरक्षाबलों की बड़ी संख्या को तैनात किया गया। इस तरह की घटनाएं राज्य में जारी तनाव और हिंसा की स्थिति को और बढ़ा रही हैं।