तमिलनाडु के मदुरै में एक दुखद हादसे में दस लोगों की जान चली गई है। ट्रेन के निजी पार्टी कोच में आग लगने से यह घटना घटी है।
तमिलनाडु ट्रेन में आग: मदुरै रेलवे स्टेशन के एक ट्रेन के डिब्बे में शनिवार (26 अगस्त) सुबह आग लगने से 10 यात्रीगण की जान चली गई है। आग लगने वाले डिब्बे में एक निजी पार्टी कोच था, जो किसी व्यक्ति द्वारा पूरे डिब्बे की बुकिंग के लिए किया गया था। इस डिब्बे में उत्तर प्रदेश से मदुरै पहुंचने वाले यात्री सवार थे। हादसे में बचने वाले यात्रीगण ने उस भयंकर परिदृश्य का वर्णन किया है।
उत्तर प्रदेश की निवासी अलका प्रजापति घटना के समय डिब्बे में सो रही थीं। जब आग की आवाजें आने लगीं, तो अलका ने तुरंत दरवाजे की ओर दौड़ने का प्रयास किया, लेकिन ट्रेन के दरवाजे बंद थे। तब किसी ने ताला तोड़कर इन यात्रीगण को बाहर निकाला। यह आग सुबह 5:15 बजे लगी और इसे सुबह 7:15 बजे तक नियंत्रण में लाया गया।
“मैं ठीक से सांस नहीं ले पा रही थी”
अलका प्रजापति ने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया कि वह और उनके साथी सो रहे थे। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने चीखें सुनीं, तो वे तुरंत बाहर भागने की कोशिश की, लेकिन ट्रेन के दरवाजे बंद थे। वह उस समय सही तरीके से सांस नहीं ले पा रही थी और उन्होंने अंदर बस भगवान का नाम लेते हुए कहा। इसी दौरान किसी ने ताला तोड़ दिया और उन्हें बाहर निकलने में मदद की। इसके बाद, लगभग 15-20 मिनट के बाद, रेलवे कर्मचारी वहां पहुंचे और आग को बुझाने की कोशिश की गई।
“कुछ अंदर फंस गए”
एक दूसरे यात्री विनोद कुमार ने वर्णन किया कि जब आग लगने लगी, तो चीख-पुकार की आवाज से उनकी नींद खुल गई और उन्होंने तुरंत भागने की कोशिश की ताकि वे अपनी जान बचा सकें। कुछ लोग डिब्बे के अंदर फंस गए क्योंकि स्लीपर कोच की वजह से वे जल्दी से नीचे नहीं उतर सके। जो लोग जीवित बचे थे, उनमें से कुछ ने बताया कि वे रामेश्वरम जा रहे थे।
इस घटना में घायल हो गई एक महिला रेखा ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि वह बीच वाली सीट पर लेटी थी और जब आग की आवाज सुनी, तो सभी यात्री तुरंत भागने लगे और खिड़की की ओर पहुंचे, लेकिन खिड़की बंद थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी तरह खिड़की को खोला और जो लोग पीछे थे, वे तो भाग गए लेकिन जो आगे बैठे थे, उनमें से कुछ फंस गए।
रेलवे ने क्या कहा?
दक्षिणी रेलवे ने बताया कि हादसे की वजह डिब्बे में अवैध रूप से ले जाए गए गैस सिलेंडर थी। उनके अनुसार, मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है। यह घटना उस प्राइवेट पार्टी कोच में घटी थी, जो कल नागरकोविल जंक्शन पर ट्रेन संख्या 16730 (पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस) में जोड़ा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में डिब्बे में सवार 10 यात्रीगण की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि यात्रीगण 17 अगस्त को लखनऊ से यात्रा शुरू की थीं और कल (27 अगस्त को) उनका चेन्नई जाने का कार्यक्रम था। इसके बाद, वे चेन्नई से वापस लौटने की यात्रा कर रहे थे।