मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ दर्ज शिकायत में उनके बयान को भड़काऊ बताया गया है। इस शिकायत में कहा गया है कि बंगाल बंद के मुद्दे पर ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लेते हुए चेतावनी दी थी, जिससे विवाद बढ़ गया।
कोलकाता डॉक्टर बलात्कार हत्याकांड: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले को लेकर बीजेपी ने 28 फरवरी 2024 को बंगाल बंद का आयोजन किया था। इस दौरान कई स्थानों पर हिंसा, आगजनी और गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं। इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान दिया कि यदि बंगाल जलेगा, तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी प्रभावित होंगे।
ममता बनर्जी के इस बयान को भड़काऊ बताया गया, और उनके खिलाफ एक वकील ने शिकायत दर्ज कराई है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हाई कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणी भड़काऊ थी और अशांति फैलाने के उद्देश्य से की गई थी। उन्होंने कहा कि ममता का बयान नफरत और दुश्मनी भड़का सकता है और यह सामाजिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा पैदा करता है।
शिकायतकर्ता वकील ने कहा कि ममता बनर्जी ने दिल्ली का नाम उन राज्यों के साथ लिया, जिनके बारे में उन्होंने चेतावनी दी थी। दिल्ली का निवासी होने के नाते, उन्होंने ममता बनर्जी के खिलाफ बीएनएस की धारा 152, 192, 196, और 353 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है, जो कि गंभीर अपराध हैं।
सीएम ममता ने पीएम मोदी पर लगाया था आरोप
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी द्वारा आयोजित 12 घंटे के बंगाल बंद की कड़ी निंदा की और इसे राज्य को बदनाम करने की साजिश बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह राज्य में अशांति फैलाने के लिए बीजेपी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ममता बनर्जी ने अपने बयान में बांग्लादेश में छात्रों द्वारा किए गए विद्रोह का जिक्र करते हुए कहा, “कुछ लोगों को लगता है कि यह आंदोलन बांग्लादेश में हो रहे विरोध प्रदर्शनों जैसा है। मैं बांग्लादेश से प्यार करती हूं, क्योंकि वे हमारी (बंगाल की) तरह बोलते हैं और हमारी संस्कृति भी एक जैसी है। हालांकि, बांग्लादेश एक अलग देश है।”