मुंबई में होर्डिंग के गिरने के मामले में, बीएमसी भी सवालों के घेरे में है। लोगों में यह सवाल उठ रहा है कि बीएमसी ने इस अवैध होर्डिंग को क्यों लगाने की इजाजत क्यों दी।
मुंबई होर्डिंग ढहना: मुंबई के घाटकोपर इलाके में गिरी होर्डिंग के मामले में पुलिस अब कार्रवाई कर रही है और आरोपी को पकड़ने की तैयारी हो रही है। मुंबई की पंत नगर पुलिस ने होर्डिंग मामले में इगो मीडिया के मालिक भावेश भिंडे के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। घटना के बाद से ही आरोपी भावेश भिंडे फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में है। हादसे में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 75 लोग घायल हो गए थे। पुलिस के मुताबिक, होर्डिंग गिरने वाली जगह पर मलबे के नीचे दो और लोगों के शव मिले हैं।
दुष्कर्म का भी आरोपी है भावेश भिंडे
भावेश के खिलाफ यह नहीं पहला मामला है। उसके खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें बलात्कार का मामला भी शामिल है। विज्ञापन एजेंसी के मालिक ने 2009 में मुलुंड निर्वाचन क्षेत्र से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उसे जीत नहीं मिली थी। उसने अपने हलफनामे में कहा था कि उसके खिलाफ मुंबई नगर निगम अधिनियम और चेक बाउंस के 23 मामले दर्ज हैं।
बीएमसी ने भावेश भिंडे को ब्लैकलिस्ट किया था। भावेश ने पहले गुज्जू एड्स नाम की एक कंपनी भी चलाई थी, लेकिन इस कंपनी और भिंडे को कानूनी मामलों की वजह से बीएमसी ने ब्लैकलिस्ट कर दिया था। फिर भी, भिंडे ने इगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की और बिलबोर्ड और होर्डिंग्स के लिए कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया। घाटकोपर में गिरने वाले बिलबोर्ड को ‘सबसे बड़े होर्डिंग’ के रूप में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया था।