दरअसल, वर्ष 2004 से 2014 के बीच, भारत विश्व की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में नहीं था। इस अवधि में यूपीए की सरकार शासन कर रही थी, और 2004 में भारत 12वें स्थान पर था, जबकि 2014 में देश 11वें स्थान पर था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन बार लगातार देश के प्रधानमंत्री के पद पर चुनाव जीते हैं। उनके पिछले दो कार्यकालों में, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनी है, और अब उनका लक्ष्य इसे तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करना है। आईएमएफ और Goldman Sachs जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं देखती हैं कि भविष्य में कुछ दशकों में भारत प्रधानमंत्री मोदी के विचारों से भी आगे बढ़ जाएगा, यानी वह दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। हालांकि, चौथे स्थान पर आने में बस कुछ ही महीने का समय बचा है।
आईएमएफ का अनुमान है कि 2025 तक भारत की जीडीपी जापान से आगे निकल जाएगी और देश चौथें स्थान पर पहुंच जाएगा। आईएमएफ ने पिछले महीने कहा था कि अगले साल तक देश की जीडीपी 4.34 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी, जबकि जापान की जीडीपी 4.31 ट्रिलियन डॉलर होगी। आईएमएफ ने कहा कि जापानी येन में आई गिरावट के कारण भारत अगले साल ही चौथे स्थान पर पहुंच जाएगा। पहले आईएमएफ ने 2026 के लिए यह भविष्यवाणी की थी।
तीसरी सबसे बड़ी सुपरपावर बनने में लगेंगे कितने साल?
देश को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा। प्रधानमंत्री मोदी के सपने को साकार होने में तीन साल का इंतेजार करना होगा। 16 मई को, प्रधानमंत्री की इकोनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल के सदस्य संजीव सानियाल ने कहा कि 2027 तक देश जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सुपरपावर बन जाएगा। पहले भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत को लेकर इसी बात की थी। संजीव सानियाल ने बताया कि इस समय भारत की जीडीपी 3.7 ट्रिलियन डॉलर है, जबकि जर्मनी 4.6 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है, लेकिन जर्मनी की इकोनॉमी ठप्प है और इसमें कोई ग्रोथ नहीं हो रही है।
अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी प्रभावित हैं। संजीव सानियाल ने कहा कि इस ग्रोथ के साथ, देश 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत की ग्रोथ रेट से कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भी प्रभावित हैं। एशियन डेवलपमेंट और फिच रेटिंग्स का अनुमान है कि देश का ग्रोथ रेट 2025 तक 7 फीसदी हो जाएगा, जबकि आईएमएफ, एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग और मोरगन स्टेनली ने 6.8 फीसदी का अनुमान जताया है।
कांग्रेस सरकार के 9 साल के कार्यकाल में देश टॉप 10 में भी नहीं था। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में देश की जीडीपी 2014 से 2023 के बीच 83 फीसदी बढ़ी है। साल 2004 से मई, 2014 तक देश में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए की सरकार थी। इस दौरान मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। इन नौ सालों में, देश की अर्थव्यवस्था टॉप 10 में भी नहीं थी, 2004 में दुनियाभर में देश 12वें नंबर था और 2014 में 11वें नंबर पर आ गया। इन नौ सालों में, देश की पॉजिशन में सिर्फ एक पायदान का फर्क आया था।