मोरक्को में हुए भूकंप के कारण, मारकेश से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित पर्वतीय गांव में प्रायः सभी इमारतें नष्ट हो गई हैं।
मोरक्को भूकंप से मरने वालों की संख्या: मोरक्को के मराकेश में बीते शुक्रवार को हुए 6.8 तीव्रता के भूकंप के झटकों की खबर है। इस भूकंप का केंद्र मराकेश से 72 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में था, जो हाई एटल पर्वत पर हुआ। अनुसार अल जज़ीरा की रिपोर्ट, इस भूकंप के कारण मरने वालों की संख्या 2800 से अधिक हो गई है, और घायलों की संख्या भी बढ़कर 2562 हो गई है।
भूकंप के बाद, मोरक्को में राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई गई है, और जीवित बचे लोगों की खोज के लिए राहत अभियान जारी है। इसमें स्पेन, यूनाइटेड किंगडम, और कतर की टीमें भी शामिल हो गई हैं। भूकंप के परिणामस्वरूप, राहत बचाव कार्यकर्ताओं को बचाव कार्य में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इस भूकंप की तीव्रता के कारण, इसके दुष्प्रभाव सिदी इफनी से लेकर उत्तरी रबात और आगे तक क्षेत्र में महसूस किए जा रहे हैं।
देश में तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक
मोरक्को में हुए भूकंप के कारण मारकेश से 60 किलोमीटर दूर स्थित पर्वतीय गांव में लगभग सभी इमारतें नष्ट हो गई हैं। इसके पश्चात घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्यक्रमों की टीमें जीवित लोगों और मृतकों के शवों की तलाश में जुटी हुई हैं।
इस घटना के बाद, मोरक्को के अधिकारियों ने देश में तीन दिनों के लिए राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। सेना के एक बयान के अनुसार, मोरक्को के राजा मोहम्मद VI ने सशस्त्र बलों को विशेष रूप से खोज और बचाव दलों को तैनात करने के साथ ही एक सर्जिकल फील्ड अस्पताल की योजना बनाई है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले शनिवार (9 सितंबर) को भूकंप में हुए जानमाल के नुकसान पर दुख जताया था। वह अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर संबोधित करते हुए कहा, “मोरक्को में भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं। इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं।” भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।