लोकसभा चुनाव के पश्चात, उत्तर प्रदेश में 9 विधायकों का तत्काल इस्तीफा आमंत्रित है। ये सभी विधायक इस बार चुनाव जीतकर सांसद बन चुके हैं और अब विधायकी छोड़ने की तैयारी में हैं।
यूपी समाचार: लोकसभा चुनाव के बाद, कई ऐसे नेताओं ने चुनाव लड़ा जो पूर्व में विधानसभा या विधान परिषद के सदस्य थे। लोकसभा सदस्यता प्राप्ति के बाद, ये नेता उत्तर प्रदेश की विधानसभा और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देंगे, जिसके बाद उपचुनाव लगभग निर्धारित हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव मैनपुरी के करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं, और उन्हें विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना होगा। अवधेश प्रसाद, सपा के विधानसभा के फैजाबाद की मिल्कीपुर सीट से विधायक, भी इस्तीफा देंगे। लालजी वर्मा, जो अंबेडकर नगर की कटेहरी विधानसभा सीट से विधायक हैं, भी इस्तीफा देंगे। और जियाउर रहमान बर्क, मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट से विधायक, भी इस्तीफा देंगे।
भाजपा के ये नेता देंगे इस्तीफा
भाजपा के अनूप वाल्मीकि, जो अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से विधायक हैं, अपनी सदस्यता से इस्तीफा देंगे। उनके साथ ही, बीजेपी के अतुल गर्ग (गाजियाबाद विधानसभा सीट से) और प्रवीण पटेल (फूलपुर विधानसभा सीट से) भी अपनी सदस्यता से इस्तीफा देंगे। योगी सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद भी विधान परिषद सदस्यता से इस्तीफा देंगे, जो कैबिनेट मंत्री हैं।
दूसरी ओर, रालोद के चन्दन चौहान (मीरापुर विधानसभा सीट से) और निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद (मिर्जापुर जिले की मझवा विधानसभा सीट से) भी अपनी सदस्यता से इस्तीफा देंगे।
इसके बाद, यूपी में नौ विधायकों और एक विधायिका अपने पद से इस्तीफा देने का निश्चित है। इसके पश्चात, इन नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का आयोजन होना अधिकारिक रूप से घोषित किया जाता है।