मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के नगर निकायों की मौलिक सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने के लिए पांच मानक निर्धारित किए हैं। उन्होंने इस बात को एक कार्यशाला में गुरुवार को बताया है।
यूपी समाचार: मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के कामकाज में सुधार लाने और उनकी प्रदर्शनशीलता को पुरस्कृत करने की घोषणा की है। इसके लिए उन्होंने स्वच्छता, शुद्ध पेयजल, अच्छी सड़कें, सुरक्षित शहर और आत्मनिर्भरता जैसे पांच मानक निर्धारित किए हैं। वे इस माध्यम से नगर निकायों के महापौर, नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के अध्यक्षों को सम्मानित करने का एलान किया है। इसके लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है जिसमें वे सभी सम्मिलित होंगे। प्रदर्शनशीलता के मानक पूरे करने वाले नगर निकायों को पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यकाल को जनता रखे याद
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने बताया कि उन्होंने पांच मानकों के अनुसार पुरस्कृत किया जाएगा, जिसमें नगर पंचायत को एक करोड़ रुपये, नगर पालिका को दो करोड़ रुपये और नगर निगम को सरकार की तरफ से दस करोड़ रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने नगरीय जीवन के महत्व को भी बताया और नगर निकायों को उनके कामकाज में सुधार लाने के लिए समर्पित किए गए पंच मानकों की घोषणा की।
सीएम आदित्यनाथ ने इस मौके पर अमृत योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंदर उत्तर प्रदेश में काम किए गए अच्छे परिणामों का जिक्र किया। उन्होंने नगरों में स्वच्छता के कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के बारे में भी बताया। वे नगरों में मोहल्ला स्वच्छता कमेटी के गठन की अपील की और लोगों को स्वच्छता के मामले में जागरूक करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जैसे हम अपने घर को साफ रखते हैं, वैसे ही हमें अपने नगर की स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए।
बुनियादी सुविधाओं पर खास ध्यान
मुख्यमंत्री ने यह बताया कि सरकार हर घर के लिए पर्याप्त नल के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने सभी नगर निकायों को अपनी कार्ययोजना तैयार करने का आह्वान किया है। उन्होंने सड़कों पर अतिक्रमण को रोकने की अपील की है। सुगम यातायात के लिए उन्होंने नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत को उचित पटरियों और टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था करने के लिए कहा है। उन्होंने बरसात से पहले नाली और नाले की सफाई करने की मांग की है। उन्होंने मच्छरों से बचाव के लिए छिड़काव की व्यवस्था को बढ़ावा देने की भी बात कही है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निराश्रित गोवंशों को सड़कों पर न टहलाने देकर उन्हें उपवन में भेजा जाना चाहिए। वे आवारा कुत्तों से नगर मुक्त होने के लिए भी प्रयास करने का आह्वान करते हैं। रोजगार के लिए आने वाले लोगों के लिए रेन बसेरे की व्यवस्था की जाने की मांग की है। वे सड़क पर किसी से भी भिख मांगने की अपील करते हैं और भिख मांगने वालों को सरकारी योजनाओं से जोड़कर स्वावलंबी बनाने की बात कहते हैं। उन्होंने हर नगर निकाय के लिए उपलब्ध जमीन के कब्ज़े को रोकने की अपील की है और उनका उपयोग मल्टीलेवल पार्किंग और पटरी दुकानदारों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए करने की आवश्यकता बताई है।